चंपावत खंड शिक्षाधिकारी कार्यालय में OPS के लिए किया प्रदर्शन
UPS का 25 जनवरी को हुआ है गजट नोटिफिकेशन
देवभूमि टुडे
चंपावत। OPS (पुरानी पेंशन बहाली) के लिए लंबे समय से आवाज उठा रहे NMOPS (पुरानी पेंशन योजना के लिए राष्ट्रीय आंदोलन ) ने UPS के राजपत्र अधिसूचना के विरोध में प्रदर्शन किया। 25 जनवरी को अधिसूचित राजपत्र की प्रतियों को आज 28 जनवरी को शिक्षकों ने चंपावत खंड शिक्षा कार्यालय में फूंका। UPS 1 अप्रैल 2025 से लागू होगी।
संगठन ने कहा कि शिक्षक और कर्मी NPS के स्थान पर OPS की मांग कर रहे थे लेकिन सरकार ने इस मांग को तो नहीं माना, बल्कि UPS (एकीकृत पेंशन योजना) लाद रही है। NMOPS के चंपावत ब्लाँक चभगवत अध्यक्ष किशोर पंगरिया का कहना है कि UPS कोई पेंशन नहीं, बल्कि NPS की तरह ही शेयर बाजार की अनिश्चितताओं पर आधारित स्कीम है। और कई मायनों में NPS से भी ज्यादा भ्रामक है। शिक्षक संगठन की चंपावत ब्लाँक इकाई का कहना है कि कर्मचारी और शिक्षकों की OPS की लडाई को कमजोर करने के लिए सरकार NPS और UPS के विकल्प में उलझा रही है। कहा कि OPS को लेकर शिक्षक-कर्मी पूरी तरह एकजुट हैं। ब्लाँक मंत्री हरिविनोद पंत ने बताया कि UPS के गजट नोटिफिकेशन में कई बातों का स्पष्ट उल्लेख नहीं किया गया है। आरोप लगाया कि कर्मियों के 10% और सरकार के 18.50% अंशदान पर भी सरकारी मार पड़ने का खतरा है। खंड शिशा कार्यालय के प्रधान सहायक प्रभाकर दीक्षित ने बताया कि UPS से बेहतर तो 1 जनवरी 2004 से लागू NPS है, लेकिन OPS सबसे बेहतर हैं। इसलिए शिक्षक-कर्मी इसकी मांग कर रहे हैं। और इससे कम कुछ भी स्वीकार्य नही है। खंड शिक्षाधिकारी राधेश्याम खर्कवाल ने कहा कि वे OPS के दायरे में आते हैं और OPS ही शिक्षक-कर्मियों के लिए बुढ़ापे की लाठी है।
प्रदर्शन में मुख्य प्रशासनिक अधिकारी वीरेंद्र सिंह तडागी, निर्मला भट्ट, बबली राणा, राघवेंद्र यादव, रीता देउपा, शैलजा लोहनी, सुधीर राणा, सुभाष राणा, सुरेंद्र राणा, नवीन सिंह, कवींद्र तड़ागी, हरीश जुकरिया, मोहन सेलिया आदि शामिल थे।