चंपावत में रिवर्स पलायन से संबंधित ग्राम विकास सम्मेलन
रिवर्स पलायन कर चुके 40 से अधिक ग्रामीणों ने दिए सुझाव
देवभूमि टुडे
चंपावत। उत्तराखंड पलायन निवारण आयोग के उपाध्यक्ष एसएस नेगी ने कहा कि रिवर्स पलायन गांवों की अर्थव्यवस्था के लिए बेहद महत्वपूर्ण है। आज 4 दिसंबर को विकास सभागार में रिवर्स पलायन से संबंधित ग्राम विकास सम्मेलन में उन्होंने कहा कि ऐसे सफल मॉडलों को प्रोत्साहित कर अधिक से अधिक
युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने के प्रयास किए जाएंगे। रिवर्स पलायन कर चुके 40 से अधिक ग्रामीणों ने अपनी बात रखते हुए ग्रामीण क्षेत्रों में आजीविका के विस्तार, विपणन सहायता, प्रशिक्षण, स्थानीय उत्पादों की ब्रांडिंग और संसाधनों के बेहतर उपयोग संबंधी महत्वपूर्ण सुझाव आयोग को दिए।





वक्ताओं ने विभागीय समन्वय से रोजगार एवं उद्यमिता के उपलब्ध अवसरों, सरकारी योजनाओं, ऋण सुविधाओं, कौशल विकास कार्यक्रमों और नवाचारों की जानकारी दी। सम्मेलन में रिवर्स पलायन कर सफल आजीविका स्थापित करने वाले प्रेरक व्यक्ति पाटी निवासी राजेश भंडारी ने फास्ट फूड व्यवसाय, जाख जिंडी निवासी कमल सिंह प्रथोली ने कोचिंग संस्थान एवं लाइब्रेरी संचालन, पुनावे के पूर्व सैनिक खिलानंद जोशी ने सेब एवं कीवी उत्पादन, ठांटा के
व्यवसाई प्रदीप शर्मा ने मिल्क प्रोसेसिंग यूनिट और पाटी निवासी उमाकांत ने टैक्सी सेवा शुरू कर आजीविका को समृद्ध किया है। सम्मेलन में इन सभी ने अपने अनुभव साझा किए।
सम्मेलन में जिले के विभिन्न क्षेत्रों से आए प्रवासी, उद्यमियों, कृषकों, युवाओं एवं विभागीय अधिकारियों ने अपने अनुभव और सुझाव साझा किए। अन्य प्रवासियों ने भी कृषि आधारित उद्यम, पशुपालन, हस्तशिल्प, पर्यटन सेवाओं और स्वरोजगार के क्षेत्रों में सफल मॉडल साझा किए। सम्मेलन में राम प्रकाश पैन्यूली, सुरेश सुयाल, दिनेश रावत, अनिल सिंह शाही, रंजना रावत नेगी, भरत चंद्र, CDO डॉ. जीएस खाती, DDO दिनेश सिंह दिगारी, CAO धनपत कुमार, BDO अशोक अधिकारी सहित विभिन्न विभागीय अधिकारी मौजूद थे।
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