चंपावत के CO शिवराज सिंह राणा की अध्यक्षता में SP ने गठित की जांच समिति
खरही के अग्निवीर दीपक सिंह के अंतिम संस्कार कार्यकम में हुई थी कहासुनी
देवभूमि टुडे
चंपावत/लोहाघाट। लोहाघाट के विधायक खुशाल सिंह अधिकारी से पाटी के एक दरोगा की कहासुनी मामले की जांच होगी। सोशल मीडिया में विवाद का वीडियो आने के बाद पुलिस ने ये कदम उठाया है। SP अजय गणपति ने बताया कि CO की अध्यक्षता में 3 सदस्यीय जांच दल बनाया गया है। CO शिवराज सिंह राणा के अलावा LIU निरीक्षक और पाटी के SO को इस जांच टीम का हिस्सा बनाया गया है। कहा कि अगर जांच में पाटी के दरोगा की गलती पाई जाएगी, तो उन पर कार्रवाई की जाएगी।
पाटी ब्लाॅक के खरही गांव के 18 कुमाऊं के अग्निवीर जवान दीपक सिंह (21) की कुशीलाताल घाट में 24 नवंबर को अंतिम संस्कार की तैयारी चल रही थी। आरोप है कि इसी दौरान ड्यूटी पर तैनात एक दरोगा ने विधायक अधिकारी से अमर्यादित व्यवहार किया। इस विवाद के वीडियो का कुछ हिस्सा सोशल मीडिया में वायरल भी हुआ।
SOCIAL MEDIA में चला अधूरा वीडियो, कार्रवाई करेंगे विधायक
चंपावत/लोहाघाट। विधायक खुशाल सिंह अधिकारी ने आरोप लगाया कि सोशल मीडिया में साजिश के तहत आधी-अधूरी वीडियो डालकर उनकी छवि को धूमिल किया जा रहा है। कहा कि वे वीडियो को अपलोड करने वाले पर कार्रवाई करेंगे।
लोहाघाट में आज 26 नवंबर को उन्होंने मीडिया से बात करते हुए पूरे घटनाक्रम की जानकारी दी। कहा कि 24 नवंबर को भिंगराड़ा में अग्निवीर जवान दीपक सिंह के अंतिम संस्कार में वे श्रद्धासुमन अर्पित करने गए थे। इसी बीच भीड़ और अव्यवस्थाएं देखते हुए उन्होंने पाटी के प्रभारी SO से व्यवस्थाएं दुरुस्त करने के लिए कहा। अधिकारी के मुताबिक प्रभारी SO ने सही जवाब देने के बजाय अमर्यादित व्यवहार किया। जिससे उन्हें मानसिक पीड़ा भी हुई। बकौल विधायक बाद में CO शिवराज सिंह राणा की मौजूदगी में मामला निपट गया। जिसमें प्रभारी SO ने गलती मानते हुए Sorry भी कहा। अधिकारी ने कहा कि कुछ SOCIAL MEDIA प्लेटफार्म में अधूरी वीडियो प्रसारित कर उनकी छवि को धूमिल किया जा रहा है। जबकि वीडियो का शुरुआती हिस्सा काट दिया गया है, जिसमें पुलिस ने उनके साथ दुर्व्यवहार किया था। विधायक ने कहा कि न किसी का अपमान किया है और नहीं करने देंगे। जनसेवा और सत्य के साथ हमेशा खड़ा रहूंगा। वहीं CO शिवराज सिंह राणा का कहना है कि दोनों पक्षों में कहासुनी की वजह एक-दूसरे को नहीं पहचानना था। बाद में उनकी मौजूदगी में प्रभारी SO ने अपनी गलती भी कबूली। CO ने बताया कि मामला वहीं पर शांत हो गया था।

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