'घर-घर में शौचालय बनवाएं, मां-बहन-बेटी की लाज बचाएं'
विश्व शौचालय दिवस पर GIC सिप्टी में 'स्वच्छ सोच-स्वच्छ व्यक्तित्व' पर गोष्ठी
देवभूमि टुडे
चंपावत। GIC सिप्टी के प्रधानाचार्य सामश्रवा आर्य ने कहा कि जीवन में स्वस्थ रहने के लिए हमें स्वच्छता को अपनाना बहुत आवश्यक है। आज 19 नवंबर को विश्व शौचालय दिवस पर GIC में 'स्वच्छ सोच-स्वच्छ व्यक्तित्व' विषय बोलते हुए उन्होंने कहा कि स्वच्छता का हमारी मानसिकता और हमारे व्यक्तित्व पर गहरा असर पड़ता है। यह तब सार्थक होगा, जब हमारी सोच स्वच्छ होगी। इसलिए हमें स्वच्छता को अपने दैनिक जीवन में व्यावहारिक रूप से उतारना जरूरी है। ऐसा करने से ही बच्चे हमसे नैतिक रूप से प्रेरित होकर अपने जीवन में अपनाएंगे।

'घर-घर में शौचालय बनवाएं, मां-बहन-बेटी की लाज बचाएं।' 'बेटी ब्याहो उस घर में, शौचालय हो जिस घर में।' जैसे नारों से छान-छात्राओं को प्रेरित भी किया गया। विज्ञान शिक्षक दिनेश भट्ट, प्रवक्ता ललित मोहन बोहरा, भुवन चन्द्र जोशी और राजेश कुमार के संचालन में हुए कार्यक्रम में कैलाश भट्ट, पुष्पा रैंसवाल, बृजमोहन जोशी आदि मौजूद थे।



© 2025. All Rights Reserved.