उत्तराचंल स्टेट प्राइमरी टीचर्स एसोसिएशन ने समस्याओं के समाधान की मांग की
समस्याओं का समाधान नहीं होने से शिक्षण कार्य पर भी पड़ रहा असर
देवभूमि टुडे
चंपावत। उत्तराचंल स्टेट प्राइमरी टीचर्स एसोसिएशन ने शिक्षकों की समस्याओं के समाधान की मांग की है। इस संबंध में एसोसिशन ने जिला शिक्षाधिकारी (प्रारंभिक शिक्षा) को ज्ञापन दिया। एसोसिशन ने स्कूलों में मानक के अनुसार शिक्षकों की तैनाती करने की मांग की। कहा गया कि कहीं कम छात्रों पर अधिक शिक्षक हैं, तो कहीं अधिक छात्रों पर कम शिक्षक तैनात हैं। इससे ना केवल पढ़ाई पर असर पड़ रहा है, बल्कि छात्र निजी स्कूलों में जाने को मजबूर हैं। आदर्श स्कूलों में शिक्षकों की नियुक्ति करने के लिए आवाज उठाई गई।


शिक्षकों की समस्याओं का समाधान करने, चयन वेतनमान प्रकरणों को हल करने के लिए समिति गठित करने, 2006 से 2009 के बीच का पिथौरागढ़ जिले से मिले GPF ब्याज की राशि का शिक्षकों को भुगतान, सातवें वेतनमान के एरियर के भुगतान की मांग की है। इसके अलावा संगठन ने वित्त अधिकारी स्तर पर वित्तीय देयकों का निस्तारण समय से करने की मांग की। साथ ही औपबंधिक शिक्षा मित्रों के NPS कटौती के मुद्दे को भी उठाया गया है।
ज्ञापन देने वालों में अध्यक्ष गोविंद बोहरा, जिला मंत्री बंशीधर थ्वाल, उपाध्यक्ष रुद्र सिंह बोहरा, कोषाध्यक्ष कमल जोशी, ब्लॉक अध्यक्ष कैलाश सिंह फर्त्याल, ब्लॉक मंत्री हरिविनोद पंत, कविंद्र सिंह तड़ागी, प्रकाश जोशी, रामप्रसाद कालाकोटी आदि शामिल रहे। जिला शिक्षाधिकारी (प्रारंभिक शिक्षा) मान सिंह ने शिक्षकों की समस्याओं के समाधान के लिए जरूरी कदम उठाने का आश्वासन दिया। कहा गया कि 18 नवंबर को उप शिक्षाधिकारी और उनके साथ पटल सहायकों की संगठन के साथ बैठक होगी।

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