खून की कमी से हुई मादा हाथी की मौत…बिसरा परीक्षण के लिए भेजा

बूम रेंज के नघान वन क्षेत्र में 13 अप्रैल दोपहर मिला था मादा हाथी का शव
देवभूमि टुडे
चंपावत/टनकपुर। चंपावत जिले के बूम रेंज के नघान वन क्षेत्र में मृत मादा हाथी की मौत प्रथमदृष्ट्या संक्रमण और खून की कमी की वजह से हुई है। कमजोरी की वजह से हाथिनी को पिछले कुछ समय से शिकार करने में भी मुश्किल आ रही थी।
मादा हाथी नघान वन क्षेत्र में नाले से सटे जंगल में 13 अप्रैल को बेहोश हाल में मिली थी। बाद में उसकी मौत हो गई। हथिनी की उम्र करीब 15 साल बताई गई है। कल रविवार को ही पोस्टमार्टम के बाद शव को दफना दिया गया। बूम के वन क्षेत्राधिकारी गुलजार हुसैन ने बताया कि मादा हाथी की मौत पहली नजर में खून की कमी और संक्रमण की वजह से लगती है। मादा हाथी के शरीर में चोट के निशान नहीं है। वन क्षेत्राधिकारी के मुताबिक बिसरा को परीक्षण के लिए भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थान (IVRI) इज्जतनगर बरेली भेजा जा रहा है। रिपोर्ट आने के बाद मौत की वजह की पुष्टि हो सकेगी।

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