हमारे साथ इंसाफ करो… उपनल कर्मियों ने काम छोड़ प्रदेशभर में किया प्रदर्शन

चंपावत कलक्ट्रेट परिसर में दिया धरना
चंपावत जिले में हैं 650 उपनल कर्मी
देवभूमि टुडे
चंपावत। उपनल (उत्तराखंड पूर्व सैनिक कल्याण निगम) कर्मचारी संयुक्त मोर्चा के बैनरतले उपनल कर्मियों ने बुधवार को प्रदेशभर में प्रदर्शन किया। चंपावत में भी इन कर्मियों ने काम छोड़ कलक्ट्रेट परिसर में प्रदर्शन किया। नाराज कर्मियों का आरोप था कि डेढ़ दशक से अधिक समय से उम्दा सेवा देने के बावजूद सरकार उनके साथ नाइंसाफी कर रही है। न उन्हें समान काम का समान वेतन मिल रहा है न नियमितिकरण किया जा रहा है। संगठन ने मांगें नहीं माने जाने तक आंदोलन की चेतावनी दी है। चंपावत जिले में 650 और उत्तराखंड में 21 हजार से अधिक उपनल कर्मी हैं।
संगठन सुप्रीम कोर्ट में दायर एसएलपी को वापस लेने, समान काम समान वेतन, नियमितिकरण, हर साल 20 प्रतिशत की वृद्धि, मृतकाश्रितों को नौकरी, ऊर्जा निगम में स्थगित महंगाई भत्ते की बहाली, माध्यमिक शिक्षा में कार्यरत प्रयोगशाला सहायकों को उच्च शिक्षा की तरह कुशल श्रेणी में शामिल करने की मांग कर रहा है। फैडरेशन ऑफिसर्स मिनिस्ट्रीयल सर्विसेज के जिलाध्यक्ष मिंटू सिंह राणा और महामंत्री जीवन चंद्र ओली ने धरना स्थल पर जाकर उपनल कर्मियों की मांगों को समर्थन दिया। धरना देने वालों में प्रदेश प्रवक्ता मनोज गड़कोटी, संदीप कलखुडिय़ा, राकेश बिष्ट, चंचल जोशी, हिम्मत, भूपेंद्र जोशी, हेम चंद्र खर्कवाल, गोपाल राम, जोगेंद्र प्रसाद, हरीश मुरारी, अनिल सिंह देव, मनीष सिंह ढेक, दीपक सिंह ढेक, संतोष कुमार चौबे, नीरज कलखुडिय़ा, दीपक पंत, योगेश पंत, भुवन चंद्र, ललिल रैंसवाल, नीरज, राकेश सिंह, रति मेहरा, चंद्रशेखर भट्ट, गणेशनाथ, भास्कर नाथ, गोपाल कुमार, कीर्ति चंद्र ओली, केदार नाथ, जीवन पनेरू, हर्षवद्र्धन बिष्ट, गणेश चंद्र भट्ट, कृष्ण चंद्र जोशी, हेम प्रकाश जोशी, राकेश भट्ट, पंकज सिंह नेगी, राहुल सामंत, अतुल अधिकारी, मीना मेहता, रमेश पंत, पुष्कर लाल, बिजेंद्र सिंह, राकेश मनराल, भुवन लाल वर्मा आदि शामिल थे।

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