खनन व्यवसाइयों ने कई खामियां बताते हुए डीएम को पत्र भेज जताया था एतराज
मोस्टा से 24 जनवरी को बरामद हुए 24624 टन अवैध उप खनिज की सोमवार को होने थी नीलामी
न नीलामी स्थल का पता न नीलामी की शर्तों का
19 फरवरी की तिथि को आगे खिसका कर चार मार्च किया गया
देवभूमि टुडे
चंपावत। खनन व्यवसाइयों का एतराज रंग लाया और 19 फरवरी को होने वाली नीलामी को खनन विभाग को आखिरकार टालना पड़ा। खनन व्यवसाइयों ने आरोप लगाया था कि खुली नीलामी की जानकारी को न वृहद स्तर पर प्रसारित किया गया और नहीं नीलामी की शर्तें और नीलामी स्थल सार्वजनिक की गई। इसे लेकर खनन व्यवसाइयों ने सोमवार सुबह डीएम को पत्र भेज एतराज जताया था। सोमवार को नीलामी स्थगित करते हुए नीलामी की नई तिथि तय कर दी गई है।
नेपाल सीमा के नजदीक चूका क्षेत्र के पास मोस्टा में अवैध रूप से भंडारण किए गए 24624 टन उप खनिज (आरबीएम) 24 जनवरी को पकड़ा गया था। इस उप खनिज की भूतत्व एवं खनिकर्म विभाग द्वारा 19 फरवरी को नीलामी की जानी थी। इसके लिए विभाग ने चंपावत तहसील कार्यालय के नोटिस बोर्ड पर नौ फरवरी को नीलामी सूचना चस्पा कराई थी। खनन कारोबारियों का आरोप है कि नीलामी की जानकारी बेहद सीमित स्तर पर दी गई। इसे जिले की सभी तहसील कार्यालयों पर चस्पा नहीं किया गया। साथ ही नीलामी की जानकारी समाचार पत्रों में विज्ञप्ति के जरिए भी नहीं दी गई। व्यापक प्रचार प्रसार से सरकार को राजस्व भी अधिक मिलेगा। नीलामी की सूचना भी अपर्याप्त थी। इन तमाम बिंदुओं को खनन व्यवसाइयों ने सोमवार को डीएम को भेजे पत्र में उठाते हुए उपनिज की खुली नीलामी रोकने की मांग की थी। भूतत्व एवं खनिकर्म विभाग ने सोमवार को नीलामी स्थगित कर दी।
खान अधिकारी की सफाई:
खनन कारोबारियों के आरोप सही नहीं है। किसी व्यक्ति विशेष को लाभ पहुंचाने का प्रयास नहीं किया गया। कतिपय कारणों से 19 फरवरी को खुली नीलामी नहीं हो सकी। अब खुली नीलामी चार मार्च को कराई जाएगी। इसके लिए नीलामी का व्यापक प्रसार भी कराया जाएगा।
चित्रा जोशी,
खान अधिकारी, चंपावत।