नेपाल से मूर्तियों की तस्करी…158 मूर्तियों की तस्करी करने वाला पुलिस के हत्थे चढ़ा

उप्र के गाजियाबाद निवासी कैंटर चालक नवरत्न को बनबसा पुलिस ने दबोचा

दस लाख रुपये की हैं 158 मूर्तियां, बनबसा के एक ट्रांसपोर्ट की थी मूर्तियां

देवभूमि टुडे

चंपावत/बनबसा। नेपाल से भारत लाई जा रही देवी-देवताओं की 158 मूर्तियों को ले जाने वाले शख्स को पुलिस ने दबोचने में सफलता हासिल की है। पुलिस अधीक्षक अजय गणपति कुंभार ने बताया कि आरोपी को मय बरामद सामान और कैंटर के कस्टम विभाग के सुपुद्र्ध किया गया है। बरामद मूर्तियों की कीमत अंतर्राष्ट्रीय बाजार में दस लाख रुपये आंकी गई हैं।

शारदा बैराज प्रभारी ललित पांडेय और एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग के प्रभारी सुरेंद्र सिंह खड़ायत के नेतृत्व में भारत-नेपाल सीमा पर चार मार्च को बैराज चौकी के पास कैंटर की चेकिंग के दौरान पुलिस टीम को ये मूर्तियां हाथ लगी। आरोपी कैंटर चालक नवरत्न (52) निवासी गाजियाबाद जिले के मीरपुर हिंद का रहने वाला है। बनबसा के थानाध्यक्ष लक्ष्मण सिंह का कहना है कि कैंटर के पिछले हिस्से को पूरी तरह बंद किया गया था। खोलकर चेक करने के दौरान गत्ते की पेटी और काले रंग के बड़े बैग में से पीतल और तांबे से निर्मित देवी-देवताओं, भगवान बुद्ध की मूर्तियां और अन्य धार्मिक सामग्री बरामद हुई हैं।

पूछताछ के दौरान चालक इस सामान के कोई भी विधिक दस्तावेज भी प्रस्तुत नहीं कर सका। चालक नवरत्न चार मार्च की सुबह साढ़े आठ बजे भारत से नेपाल कपड़े का सामान लेकर गया था। वापसी में जब चालक गड्डाचौकी पहुंचा, तो वहां उसे बनबसा में ट्रांसपोर्ट का काम करने वाला एक व्यक्ति मिला। चालक के मुताबिक बनबसा के उस ट्रांसपोर्टर ने ही उसे ये सामग्री बॉर्डर पार करने के लिए दी थी। इसकी एवज में उसे रकम दी जानी थी। पुलिस उस ट्रांसपोर्टर की भी तलाश कर रही है। पुलिस टीम में रघुनाथ गोस्वामी, जगबीर सिंह, पूरन सिंह, परमजीत सिंह, विनोद कुमार, देवेंद्र गोस्वामी शामिल थे।

बरामद हुई ये सामग्री:

शाक्य मुनि की एक मूर्ति, देवी की 13 मूर्तियां, भगवान गौतम बुद्ध की दो मूर्तियां, बौद्ध स्तूप की पांच बड़ी मूर्तियां, बौद्ध स्तूप की पांच मध्यम आकार की मूर्तियां, बौद्ध स्तूप की 12 छोटे आकार की मूर्तियां, गौतम बुद्ध की 20 गुरु प्रतिमाएं, गौतम बुद्ध की 100 मूर्तियां।

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