गुरु गोविंद सिंह जी की 357वीं जयंती में जगमगाया गुरुद्वारा

रीठा साहिब और टनकपुर में हुए कार्यक्रम
देवभूमि टूडे
रीठा साहिब/टनकपुर (चंपावत)। सिख धर्म के दसवें और अंतिम गुरु गोविंद सिंह जी की 357वीं जयंती 17 जनवरी (पौष की सप्तमी) को यहां रीठा साहिब और टनकपुर के गुरुद्वारा में उल्लास से मनाई गई। गुरु गोविंद सिंह जी ने सिख धर्म के नियम बनाए थे। इन नियमों का सिख समाज आज भी पालन करता है। रीठा साहिब का गुरुद्वारा रोशनी से जगमग था। कई स्थानों से तीर्थयात्रियों ने यहां पहुंच सबद-कीर्तन किए।
प्रबंधक बाबा श्याम सिंह ने बताया कि भजन कीर्तन पाठ के अलावा दिनभर लंगर चलता रहा। शाम को आतिशबाजी भी हुई। सामाजिक कार्यकर्ता और पैरा लीगल वॉलंटियर हयात राम भगवान, सतनाम सिंह, सुरेश दीवान, धर्मेंद्र गौरी, रविंद्र सिंह, सुमित सिंह, सोनू, दीवान राम सहित कई लोगों ने सहयोग किया। टनकपुर के गुरुद्वारे में भी उल्लास से पर्व मनाया गया।

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