19 फरवरी से बेमियादी आंदोलन में हैं आंगनबाड़ी वर्कर्स
चंपावत जिले के 681 केंद्रों में 22 दिनों से लटके हैं ताले
देवभूमि टुडे
चंपावत/बाराकोट। अनसुनी से गुस्सार्इं आंगनबाड़ी वर्कर्स ने 11 मार्च को नए अंदाज में विरोध जताया। सोमवार को आंगनबाड़ी वर्कर्स ने सांकेतिक रूप से पेड़ पर चढ़ कर नाराजगी का इजहार किया। चंपावत जिले में चंपावत, बाराकोट और टनकपुर में पेड़ पर चढ़ कर विरोध जताया। हड़ताल के चलते जिले के सभी 681 केंद्रों में 19 फरवरी से आंगनबाड़ी केंद्र में ताले लटके पड़े हैं।
आंगनबाड़ी वर्कर्स ने रोजाना 600 रुपये का मानदेय, रिटायरमेंट के बाद दो लाख रुपये देने, टेक होम राशन ढुलान को केंद्र तक पहुंचाने की राशि देने, मोबाइल फोन व रिचार्ज किए जाने, विभागीय कार्यों के लिए यात्रा भत्ता देने सहित कई मांगों को लेकर 19 फरवरी से बेमियादी हड़ताल पर हैं। बाराकोट की ब्लॉक अध्यक्ष दमयंती वर्मा और उपाध्यक्ष अनीता देवी के नेतृत्व में आंगनबाड़ी वर्कर्स ने 22 वें दिन कार्य बहिष्कार जारी रखा। वहीं तुलसी जोशी औऱ शोभा बोहरा पेड़ पर चढ़ गईं। जानकी जोशी, प्रेमा बोहरा, तुलसी बिष्ट, परमेश्वरी सहित कई कार्यकर्ताएं मौजूद थीं।
वहीं चंपावत में भी कुछ वर्कर्स पेड़ पर चढ़ीं। यहां प्रदेश उपाध्यक्ष विमला पनेरू के नेतृत्व में तहसील परिसर में विरोध जताया गया। सरकार पर गुमराह करने का आरोप लगाते हुए वक्ताओं ने जल्द मांग पूरी नहीं होने पर भूख हड़ताल के साथ ही लोकसभा चुनाव के बहिष्कार का एलान किया है। प्रदर्शन करने वालों में रेखा बोहरा, पुष्पा मेहर, शोभा पांडे, शांति गोस्वामी, लीला जोशी, हेमा जोशी, शशिप्रभा, भुवनेश्वरी, प्रेमा, सरोज तड़ागी, सुनीता पांडे, माया आदि शामिल थे। जिले के मैदानी क्षेत्र टनकपुर में भी प्रदर्शन हुआ।