
स्वास्थ्य सेवा में फार्मासिस्टों के अविस्मरणीय योगदान को समर्पित है विश्व फार्मासिस्ट दिवस
विष्णु गिरी गोस्वामी
आज 25 सितंबर को दुनियाभर में ‘विश्व फार्मासिस्ट दिवस’ मनाया जा रहा है। यह दिन स्वास्थ्य सेवा में फार्मासिस्टों के अमूल्य योगदान को समर्पित है। इस वर्ष का विषय (थीम) ‘स्वास्थ्य के बारे में सोचें, फार्मासिस्ट के बारे में सोचें’ (Think Health, Think Pharmacist) है। ये इस बात पर जोर देता है कि फार्मासिस्ट केवल दवाएं देने वाले नहीं, बल्कि सुलभ और विश्वसनीय स्वास्थ्य पेशेवर हैं, जो एक मजबूत और दीर्घकालिक स्वास्थ्य प्रणाली के लिए आवश्यक हैं।
फार्मासिस्ट समाज के सबसे सुलभ स्वास्थ्य सेवा प्रदाताओं में से एक हैं। वे दवाओं के सही उपयोग, रोगी परामर्श, स्वास्थ्य जागरूकता फैलाने और टीकाकरण जैसे महत्वपूर्ण कार्यों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। आर्थिक अनिश्चितता, बढ़ती स्वास्थ्य मांगों और रोगाणुरोधी प्रतिरोध (antimicrobial resistance) जैसे वैश्विक खतरों के बावजूद फार्मासिस्ट सुरक्षित, किफायती और सुलभ स्वास्थ्य सेवा सुनिश्चित करने की कुंजी हैं।
इस अवसर पर हम सरकार, स्वास्थ्य सेवा संस्थानों और आम नागरिकों से आग्रह करते हैं कि वे फार्मासिस्टों की भूमिका को पूरी तरह से पहचानें और उन्हें स्वास्थ्य रणनीतियों में पूरी तरह से एकीकृत करें। फार्मासिस्टों में निवेश करना न केवल एक बेहतर भविष्य के लिए निवेश है, बल्कि सार्वजनिक विश्वास और बेहतर स्वास्थ्य परिणामों के प्रति एक प्रतिबद्धता भी है।
हम इस दिन को एक अवसर के रूप में देखते हैं कि हम एकजुट होकर फार्मासिस्टों के अथक प्रयासों को सम्मान दें और उनके अमूल्य योगदान को उजागर करें। आइए, इस विश्व फार्मासिस्ट दिवस पर, हम सब मिलकर यह सुनिश्चित करें कि हर कोई सुरक्षित, प्रभावी और किफायती दवाओं और स्वास्थ्य सेवा का लाभ उठा सके।
लेखक विष्णु गिरी गोस्वामी, उत्तराखंड डिप्लोमा फार्मासिस्ट एसोसिएशन चंपावत के जिलाध्यक्ष हैं।

