सोलर पॉलिसी एवं उरेडा द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं से संबंधित कार्यशाला
ऊर्जा की बचत भी और मिल रहे स्वरोजगार के मौके
देवभूमि टुडे
चंपावत। जिला पंचायत अध्यक्ष ज्योति राय ने कहा कि अक्षय ऊर्जा के जरिए न केवल सुदूर के क्षेत्र जगमगाएंगे, बल्कि ग्रीन एनर्जी के जरिए पर्यावरण संरक्षण भी किया जा सकेगा। सोलर पॉलिसी एवं उरेडा (उत्तराखंड अक्षय ऊर्जा विकास एजेंसी) द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं के प्रचार-प्रसार के लिए 29 नवंबर को चंपावत जिला पंचायत सभागार में हुई एक दिनी कार्यशाला में उन्होंने कहा कि ऊर्जा के संरक्षण को लेकर उरेडा द्वारा संचालित योजनाएं टिकाऊ और भविष्य के लिए लाभदायक है। अध्यक्ष राय ने लोगों से इस अपारंपरिक ऊर्जा स्रोतों का उपयोग करने की अपील की।
मुख्य विकास अधिकारी सीडीओ संजय कुमार सिंह ने कहा कि उरेडा के सोलर वाटर हीटर कार्यक्रम, ऊर्जा संरक्षण, राष्ट्रीय बायोगैस कार्यक्रम न केवल लोगों की ऊर्जा बचत करेंगे, बल्कि स्वरोजगार का भी मौका दे रहे हैं। जिला विकास अधिकारी दिनेश सिंह दिगारी ने कहा कि उत्तराखंड राज्य सौर नीति 2023 के जरिए हरित ऊर्जा के विकास एवं कार्बन उत्सर्जन में कमी लाई जा सकेगी। उरेडा के परियोजना अधिकारी धीरेंद्र पटवाल ने उरेडा द्वारा संचालित सोलर वाटर हीटर कार्यक्रम, राष्ट्रीय बायोगैस कार्यक्रम, उत्तराखंड राज्य सौर नीति 2023, मुख्यमंत्री सौर स्वरोजगार योजना, रूफ टॉप सोलर पावर प्वाइंट योजना, सोलर स्ट्रीट लाइट, जल विद्युत नीति की जानकारी दी। कार्यशाला में जिला लीड बैंक प्रबंधक अमर सिंह ग्वाल, मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. देवेश चौहान, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ. वसुंधरा गर्ब्याल, उरेडा के इंजीनियर सीपी उपाध्याय, नारायण चौड़ाकोटी, दिनेश सूंठा सहित बड़ी संख्या में अधिकारी और प्रतिनिधि मौजूद थे।