15 जुलाई को प्रसव के कुछ देर बाद हुई थी प्रसूता की मौत, पूर्व विधायक हेमेश खर्कवाल के नेतृत्व में CONGRESS ने CM का फूंका पुतला, CMO ने बनाई 3 सदस्यीय जांच कमेटी
देवभूमि टुडे
चंपावत। चंपावत में नवजात के जन्म के कुछ देर बाद प्रसूता की मौत को कांग्रेस ने जिले की लचर और गैर जवाबदेह स्वास्थ्य सेवा करार दिया है। इस वाकये से भड़की पार्टी ने पूर्व विधायक हेमेश खर्कवाल के नेतृत्व में हरेले के दिन मंगलवार को जिला अस्पताल परिसर में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का पुतला फूंका। पार्टी ने कहा कि चंपावत की जानलेवा स्वास्थ्य सेवा के लिए स्वास्थ्य विभाग और जिला प्रशासन के साथ ही क्षेत्र के विधायक होने के नाते मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी जिम्मेदार हैं। पूर्व विधायक खर्कवाल ने कहा कि एक ओर जिले में कोई भी गायनेकोलॉजिस्ट नहीं है, वहीं दूसरी तरफ कुछ सरकारी चिकित्सक निजी अस्पतालों में सेवा दे रहे हैं। प्रसूता की मौत और स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार करने की मांग की गई है। ऐसा होने पर आंदोलन का अल्टीमेटम दिया गया है। प्रदर्शन करने वालों में एडवोकेट डॉ. श्याम सिंह कार्की, जगत सिंह महर, पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष नरेश जोशी, युवक कांग्रेस जिलाध्यक्ष विनोद बडेला, मनीष महर, विपिन जोशी, संदीप रावत, नाथ सिंह, जगदीश पांडेय आदि शामिल थे।
लोहाघाट के तल्ली चानमारी की अमिशा (26) की 15 जुलाई को प्रसव के कुछ देर बाद मौत हो गई थी। घटना के एक दिन बाद 16 जुलाई को स्वास्थ्य विभाग ने जांच के आदेश दे दिया है। मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. केके अग्रवाल ने बताया कि प्रसूता की मौत की जांच के लिए 3 सदस्यीय समिति बनाई है। जांच टीम में टनकपुर उप जिला अस्पताल की सर्जन डॉ. प्रभा जोशी, बाराकोट के प्रभारी चिकित्साधिकारी डॉ. मंजीत सिंह और जिला अस्पताल के प्रधान सहायक योगेश जोशी शामिल हैं। जांच 5 दिन में पूरी करनी होगी। साथ ही सीएमओ ने दोनों अनुपस्थित गायनेकोलॉजिस्ट का वेतन रोकने के भी निर्देश दिए है।