DANGER ZONE स्वांला के समाधान के लिए CE और SE की मौजूदगी में हो रहा काम, आज THDC के विशेषज्ञ भी करेंगे मार्गदर्शन, 12 सितंबर से बाधित टनकपुर-चंपावत रोड, 24 सितंबर से पूरी तरह बंद है वाहनों की आवाजाही, रीठासाहिब-सूखीढांग होते हुए हो रही हल्के वाहनों की आवाजाही
देवभूमि टुडे
चंपावत। नया दिन लेकिन हालात नए नहीं, वही पुराने। मूसलाधार बारिश के बाद लगातार मलबा आने से 12 सितंबर से इस हिस्से में आवाजाही बाधित है। टनकपुर-पिथौरागढ़ राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्वांला का Danger Point कब खुलेगा? इस बडे़ सवाल का कोई सटीक जवाब अभी तक किसी के पास नहीं है, बस दावा है कि अगले 24 घंटे में सड़क चलने लायक हो जाएगी। एनएच के मुख्य अभियंता दयानंद का कहना है कि सड़क एक दिन में खुल जाएगी, पहले हल्के वाहन चलाए जाएंगे और फिर हाला ठीक रहने पर भारी वाहन। लेकिन वाहनों के पहिये एनएच के Danger Zone स्वांला से कब गुजरेंगे? इसका सभी को उत्सुकता से इंतजार है।
एनएच पर स्वांला के इस हिस्से से मलबे के निस्तारण के लिए 19 सितंबर से सुबह 6 बजे से मध्यान्ह 12 बजे तक आवाजाही के लिए बंद रखा गया है। जबकि 24 सितंबर से आज 28 सितंबर तक पूरे दिन आवाजाही पर रोक लगाई गई है। आज 28 सितंबर को Danger Zone स्वांला से सड़क को सुचारू करने के लिए पहाड़ी की तरफ से नई तकनीक से काम करने का दावा किया जा रहा है। मुख्य अभियंता दयानंद और अधीक्षण अभियंता अनिल पांगती के मार्गदर्शन में शनिवार सुबह से काम शुरू हुआ। वहीं आज THDC ( tehri hydro development corporation ltd) के विशेषज्ञ भी स्वांला पहुंच सुझाव देंगे। ताकि पहाड़ी से होने वाले भूस्खलन का ठोस समाधान हो सके। मौजूदा हालात के मद्देनजर स्वांला की अड़चन आज 28 सितंबर को भी दूर हो पाएगी, इसे लेकर भारी संशय है। वहीं टनकपुर-चंपावत के बीच सफर करने वालों को जीप-टैक्सी के जरिए रीठासाहिब-सूखीढांग होते हुए 70 किलोमीटर अधिक दूरी और ज्यादा किराया देकर कठिनाइयों के बीच आवाजाही करनी पड़ रही है। जबकि भारी वाहन लोहाघाट-देवीधुरा-हल्द्वानी होते हुए आवाजाही कर रहे हैं। रोड बंद होने से चंपावत, पिथौरागढ़ रोड पर स्थित ढाबें और अन्य तमाम कारोबारी गतिविधियां ठप हैं। टनकपुर-पिथौरागढ़ राष्ट्रीय राजमार्ग के अलावा चंपावत जिले की 9 अन्य सड़कें भी बंद हैं।
चंपावत जिले में बारिश का आकड़ा:
चंपावत: 2 मिलीमीटर लोहाघाटः 0 मिलीमीटर पाटीः 1 मिलीमीटर बनबसा: 4 मिलीमीटर