एकतरफा कार्रवाई करने का आरोप लगाते हुए चार लोगों को छोडऩे की मांग पर अड़े थे विधायक
देवभूमि टुडे
चंपावत/हरिद्वार। मारपीट के मामले में गिरफ्तार किए गए चार लोगों पर एकतरफा कार्रवाई का आरोप लगाने के अलावा उन्हें छोडऩे की मांग को लेकर हरिद्वार के जिला अस्पताल में धरना देने वाले मामले पर चुनाव आयोग ने संज्ञान लिया है। इसे आचार संहिता का उल्लंघन मानते हुए भाजपा विधायक आदेश चौहान और भाजपा पदाधिकारियों सहित 150 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज से आरोपियों की पहचान करना शुरू कर दिया है।
पुलिस के अनुसार शुक्रवार को ज्वालापुर में सड़क पर रखे सामान को हटाने को लेकर दुकानदार और बाइक सवार के बीच मामूली विवाद मारपीट में बदल गया था। मामला अलग-अलग समुदाय से जुड़ा होने के चलते पुलिस मारपीट करने के मामले में दुकानदार सहित चार लोगों को गिरफ्तार कर कोतवाली ले आई थी और चारों का शांतिभंग में चालान कर दिया गया था। इस बीच रानीपुर से भाजपा विधायक आदेश चौहान समर्थकों के साथ कोतवाली पहुंचे थे। उन्होंने कोतवाली में चारों को छोडऩे की बात कही थीं। इस बीच वे कोतवाली परिसर में ही बैठ गए थे। पुलिस चारों आरोपियोंं को कोर्ट ले जाने लगी थी, तब विधायक भी ऑटो से बैठकर उनके साथ चल दिए थे।
इसके बाद मेडिकल के लिए जिला अस्पताल में ले जाने पर वहां पहुंचे और अस्पताल में ही विधायक और भाजपा जिलाध्यक्ष सहित सैकड़ों कार्यकर्ता धरने पर बैठ गए थे। इस दौरान जमकर नारेबाजी हुई थी। आचार संहिता लागू होने के बावजूद नियमों के उल्लंघन का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुए। चुनाव आयोग ने इसका संज्ञान लिया। जिसके बाद नगर कोतवाली में भाजपा विधायक सहित डेढ़ सौ लोगों के खिलाफ आचार संहिता के उल्लंघन सहित संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। पुलिस अधिकारियों के मुताबिक मामले की जांच की जा रही है।