पति की दीर्घायु के लिए किया वट सावित्री पूजन

चंपावत जिले में उल्लास से मना वट सावित्री पर्व
देवभूमि टुडे
चंपावत/ लोहाघाट/टनकपुर। वट सावित्री पर्व जिलेभर में उल्लास से मनाया गया। चंपावत, लोहाघाट, टनकपुर सहित जिले के तमाम स्थानों में श्रद्धा और भक्ति के साथ मनाया गया। सुबह से ही महिलाओं ने घर और मंदिरों में पूजा-अर्चना की। पति के दीर्घायु होने की कामना के साथ वट वृक्ष की विधिपूर्वक पूजा की।
इस दौरान तमाम मंदिरों में सुबह से ही बड़ी संख्या में महिलाएं उमड़ीं। महिलाओं ने वट वृक्ष का पूजन कर पति की लंबी उम्र की कामना की। चंपावत के बालेश्वर, नागनाथ, ज्वाला देवी मंदिर, छतार, लोहाघाट के ऋषेश्वर सहित अन्य मंदिरों में पूजन किया गया। ज्वाला देवी मंदिर में मंत्रोच्चारण पंडित दीपक कुलेठा ने किया। उन्होंने महिलाओं को पूजा-अर्चना करने के बाद आशीर्वाद दिया। महिलाओं ने वटवृक्ष में कच्चा सूत बांधते हुए परिक्रमा की और अखंड सौभाग्य, पति व बच्चों की लंबी आयु की कामना की। मीनाक्षी भट्ट, शोभा भट्ट, प्रेमा पांडेय, उमा पांडेय, सरिता पांडेय, मीनाक्षी पाडेय, भावना, पुष्पा उप्रेती, किरन, दिया, दीपा पांडेय, हेमा, दुर्गा, मंजू, गीता, जया तिवारी आदि महिलाएं मौजूद थीं।
टनकपुर में भी महिलाओं ने की वट-सावित्री की पूजा
टनकपुर में सुहागन महिलाओं ने पीपल और बरगद के पेड़ की पूजा अर्चना कर उसमें रक्षा सूत्र बांधा और पति के लंबे जीवन की कामना की। हनुमानगढ़ी, पंचमुखी, ककरालीगेट, नायकगोठ, आमबाग, विष्णुपुरी कालोनी, सैलानीगोठ आदि जगहों पर महिलाओं ने शास्त्रोक्त विधि से वट वृक्ष की पूजा-अर्चना की।
वट सावित्री का व्रत सुहागिन महिलाएं पति की लंबी उम्र के लिए रखती हैं। विवाहित महिलाएं अपने पति दीर्घायु और सुखी वैवाहिक जीवन के लिए निर्जला उपवास रखती हैं और वट वृक्ष की पूजा करती हैं। मान्यता है कि इस वृक्ष में ब्रह्म, विष्णु और महेश का वास होता है।

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