विश्व किडनी डे पर चंपावत जिला अस्पताल में हुए कार्यक्रम
देवभूमि टुडे
चंपावत। जिला अस्पताल में लोगों को किडनी रोग से बचाव के लिए लोगों को जागरूक किया गया। विश्व किडनी दिवस पर 14 मार्च को हुए कार्यक्रम में डॉ. प्रदीप बिष्ट, डॉ. अजय कुमार, डॉ. यशमोहन सोनी ने सेहतमंद रहने की बुनियादी जानकारी दी। डायलिसिस यूनिट के प्रभारी डॉ. अब्दुल मन्नान ने कहा कि ब्लड प्रेशर को नियंत्रित रखने के साथ-साथ अनुशासित जीवन शैली अपनाने से गुर्दे भी सेहतमंद रहेंगे।
40 साल की उम्र पार कर चुके हैं, तो नियमित अंतराल में स्वास्थ्य जांच जरूर कराएं। साल में दो बार ब्लड शुगर और ब्लडप्रेशर की जांच कराएं, रात में पेशाब के लिए बार-बार उठना, हीमोग्लोबिन की कमी गुर्दे की खराब सेहत का संकेत हो सकता है, पेशाब में झाग बनने पर जांच कराएं। चिकित्सकों ने कहा कि मोटापे से बचे, नमक का कम सेवन करें। पेन किलर दवाओं के अनावश्यक प्रयोग से बचें। संतुलित और गुणवत्तायुक्त जीवन शैली अपनाएं। मुख्य चिकित्साधीक्षक डॉ. पीएस खोलिया, डॉ. दीपक, डॉ. गौरांग जोशी के अलावा डायलिसिस यूनिट के मनीष बिष्ट, प्रदीप सिंह आदि मौजूद थे।
कब डॉक्टर से करें संपर्क:
अगर किसी तरह की कोई तकलीफ महसूस हो रही है, तो एक बार केएफटी (किडनी फंक्शन टेस्ट), ब्लड यूरिया टेस्ट और यूरीन में प्रोटीन का टेस्ट कराना जरूरी होता है। अगर ये तीनों टेस्ट पाजिटिव आते हैं, तो तत्काल डाक्टर से संपर्क करें। शुरुआत में अच्छे डाक्टर की देखभाल होने से किडनी को फेल होने से बचाया जा सकता है। अगर जांच में पता चल जाए कि गुर्दे प्रोटीन छोड़ रहे हैं, तो उसे नजरंदाज न करें।