स्थाईकरण और समान काम के लिए समान वेतन की कर रहे हैं मांग, उत्तराखंड में सेवा दे रहे हैं 20 हजार से अधिक UPNL कर्मी
देवभूमि टुडे चंपावत/देहरादून। UPNL(उत्तराखंड पूर्व सैनिक कल्याण निगम) कर्मी आज 11 नवंबर को देहरादून में सचिवालय कूच करेंगे। मांगों को लेकर प्रदेश भर से दून पहुंचे UPNL कर्मचारी परेड ग्राउंड से सचिवालय कूच करेंगे। ये कर्मी सर्वोच्च न्यायालय के आदेश के अनुरूप स्थाईकरण को लेकर सरकार की उदासीनता से आहत हैं। उत्तराखंड में 20 हजार से अधिक UPNL कर्मी विभिन्न सरकारी विभागों में सेवा दे रहे हैं। UPNL कर्मचारी संगठन के कुमाऊं मंडल के अध्यक्ष संदीप कलखुड़िया ने बताया कि कुमाऊं के 6 जिलों से एक हजार से अधिक UPNL कर्मी देहरादून पहुंचे हैं। नैनीताल उच्च न्यायालय ने 2018 में UPNL कर्मचारियों को समान काम के लिए समान वेतन देने और नियमितीकरण के लिए नियमावली बनाने का फैसला सुनाया था, लेकिन राज्य सरकार इस फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट गई थी। सुप्रीम कोर्ट सरकार की SLP 15 अक्टूबर को खारिज कर चुकी है। कर्मियों का कहना है कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद भी राज्य सरकार उन्हें इंसाफ देने में आनाकानी करा रही है। चार सप्ताह बीतने के बावजूद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी UPNL कर्मियों के स्थाईकरण को लेकर मौन हैं। UPNL कर्मचारी संगठन के कुमाऊं मंडल के अध्यक्ष संदीप कलखुड़िया का कहना है कि इसके विरोध में कर्मचारी आज 11 नवंबर को सचिवालय कूच करेंगे। चंपावत सहित कुमाऊं के 6 जिलों से करीब एक हजार कर्मी देहरादून गए हैं। कर्मियों ने ठोस समाधान नहीं निकलने पर प्रदेश भर के UPNL कर्मियों की हड़ताल की चेतावनी दी है।