LABOUR PARTY का वनवास खत्म…14 साल बाद ब्रिटेन में सत्ता वापसी

लोगों ने उन्हें वोट दिया हो या नहीं, मैं इस निर्वाचन क्षेत्र के हर व्यक्ति की सेवा करूंगाः कीर स्टार्मर, PM ऋषि सुनक ने स्वीकारी हार, कीर स्टार्मर को जीत की बधाई दी, 650 में से 400 सीट जीतने की ओर बढे़ LABOUR

लंदन। ब्रिटेन (इंग्लैंड, वेल्स, स्काँटलैंड और उत्तरी आयरलैंड) में लेबर पार्टी का वनवास खत्म हो गया है। पूरे 14 साल बाद उसकी सत्ता में वापसी हुई है। आम चुनाव के लिए 4 जुलाई को मतदान हुआ था। 650 सीट वाले HOUSE OF COMMONS (लोकसभा) में लेबर पार्टी बड़ी जीत की ओर बढ़ रही है। उसे अब तक हुई 592 सीटों के वोटों की गिनती के बाद 392 सीट मिल चुकी है। भारतीय मूल के ऋषि सुनक के नेतृत्व वाली CONSERVATIVE PARTY को 101 सीटें मिली है। लेबर नेता कीर स्टार्मर ब्रिटेन के 58वें प्रधानमंत्री होंगे। सत्तारूढ़ CONSERVATIVE PARTY के नाता और सत्ता से बाहर हो रहे भारतवंशी ऋषि सुनक ने हार स्वीकार ली है।

PM सुनक ने भावी लेबर PM कीर स्टार्मर को बधाई दी है। मतदान के बाद हुए एग्जिट पोल्स में भी लेबर पार्टी को 650 सीटों में से 410 सीटों पर जीत मिलने का अनुमान लगाया था। लेबर पार्टी के नेता कीर स्टार्मर और कंजर्वेटिव ऋषि सुनक अपनी-अपनी सीट जीत गए हैं।
ब्रिटेन के नए प्रधानमंत्री लेबर पार्टी के नेता कीर स्टार्मर ने 5 जुलाई को वोटों की गिनती के बीच मतदाताओं का आभार व्यक्त किया और कहा कि देश के लोग परिवर्तन के लिए तैयार हैं और दिखावे की राजनीति को खत्म करने के लिए उन्होंने मतदान किया है। होलबोर्न और सेंट पैनक्रास सीटों से जीतने के बाद अपने विजय भाषण में 61 वर्षीय स्टारमर ने कहा कि चाहे लोगों ने उन्हें वोट दिया हो या नहीं, मैं इस निर्वाचन क्षेत्र के हर व्यक्ति की सेवा करूंगा। मैं आपके लिए बोलूंगा, आपका साथ दूंगा। हर दिन आपकी लड़ाई लड़ूंगा। अब समय आ गया है कि हम अपना काम करें।
स्टार्मर ने कहा कि हमारे लोकतंत्र का दिल वेस्टमिंस्टर या व्हाइटहॉल में नहीं, बल्कि टाउन हॉल, सामुदायिक केंद्रों और वोट करने वाले लोगों के हाथों में धड़कता है।
2019 में हुए चुनाव में कंजर्वेटिव पार्टी को 344 और लेबर पार्टी को 205 सीट मिली थी। इसके अलावा स्कॉटिश नेशनल पार्टी ने 43, लिबरल डेमोक्रेट्स पार्टी ने 15, डेमोक्रेटिक यूनियनिस्ट पार्टी ने 7, सिन फिन पार्टी ने 7 और रिफॉर्म यूके पार्टी ने 1 सीट पर जीत दर्ज की थी। सुनक ने इस साल दिसंबर के बजाय जुलाई में चुनाव कराए। और इन चुनावों में उन्हें करारी शिकस्त मिली। सुनक अक्टूबर 2022 से ब्रिटेन के प्रधानमंत्री थे।

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