पुस्तकीय ज्ञान टिकाऊ और गहराः DM नवनीत पांडे…किताबों का कंटेंट इंटरनेट सर्च से अधिक उपयोगी

चंपावत में NBT की दो दिनी पुस्तक प्रदर्शनी शुरू
देवभूमि टुडे
चंपावत। NBT (राष्ट्रीय पुस्तक न्यास) शिक्षा मंत्रालय भारत सरकार एवं जिला प्रशासन के तत्वाधान में यहां जीजीआईसी में विद्यार्थियों के लिए दो दिनी पुस्तक प्रदर्शनी आयोजित की गई। 4 अक्टूबर को शुभारंभ करते हुए डीएम नवनीत पांडे ने कहा कि पुस्तक प्रदर्शनी छात्र-छात्राओं के ज्ञान को बढ़ाने का महत्वपूर्ण आधार स्तंभ है। कहा कि इंटरनेट पर सर्च कर पढ़े गए कंटेंट से पुस्तक की जानकारी अधिक विश्वसनीय और प्रभावी रहती है।
डीएम ने कहा कि मूल्य आधारित शिक्षा को बढ़ावा देने में नेशनल बुक ट्रस्ट की बड़ी भूमिका है। ट्रस्ट की ओर से सभी महत्वपूर्ण विषयों पर पुस्तकों का प्रदर्शन किया जाता रहा है। इससे विद्यार्थियों को पढ़ने के लिए विश्वसनीय सामग्री उपलब्ध हो पाती है। उन्होंने प्रदर्शनी में रखी पुस्तकों का अवलोकन किया। सभी विद्यालयों और पुस्तकालयों के बच्चों को प्रदर्शनी का दौरा कराने का सुझाव दिया, ताकि बच्चों का पुस्तकों के प्रति रूझान बढ़े। मुख्य शिक्षाधिकारी मेहरबान सिंह बिष्ट ने पुस्तक प्रदर्शनी को प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे युवाओं के लिए उपयोगी बताया। कहा कि प्रदर्शनी में प्रतियोगी परीक्षाओं की दृष्टि से काफी उपयोगी पुस्तकें उपलब्ध हैं। कड़ी मेहनत और ईमानदारी से प्रयास करने पर सफलता अवश्य मिलती है। एनबीटी के प्रतिनिधि उपेंद्र सिंह ने बताया कि नेशनल बुक ट्रस्ट 55 भाषाओं में पुस्तकों का प्रकाशन करता है। इस मौके पर आदर्श चंपावत के जिला समन्वयक इंद्रेश लोहनी, जिला सेवायोजन अधिकारी आरके पंत, साहित्यकार शिक्षक इंद्र लाल वर्मा, नशा हटाओ अभियान के संयोजक सामश्रवा आर्य, अनिल कुमार, प्रेम चंद सहित छात्र-छात्राएं मौजूद थे।
नवाचारों को विकसित करने में विज्ञान प्रदर्शनी महत्वपूर्ण
चंपावत। उत्तराखंड राज्य विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद के तहत दो दिवसीय विज्ञान मेला भी शुरू हुआ। शुभारंभ डीएम नवनीत पांडे ने किया। उन्होंने छात्र-छात्राओं को विज्ञान के महत्व तथा विभिन्न वैज्ञानिक उपलब्धियों की जानकारी दी। कहा की आज का युग विज्ञान का युग है। वैज्ञानिक सोच, अभिरुचि, जागरूकता एवं नवाचारों को विकसित करने में विज्ञान प्रदर्शनी का महत्वपूर्ण योगदान है। इससे छात्रों में स्वस्थ प्रतिस्पर्धा की भावना के साथ वैज्ञानिक दृष्टिकोण का भी विकास होता है। अनुदेशक ललित जुकरिया और शिवांगी पांडेने बताया कि विज्ञान मेले में ह्यूमन स्केलेटन, ह्यूमन टोरसो नी जाइंट सहित 30 माँडल लगाए गए हैं। जिसमें बच्चों को मानव शरीर से संबंधित समस्त जानकारियां दी गई। उन्होंने बताया की UCOST के अंतर्गत जिले में संचालित मोबाइल साइंस लैब (लैब ऑन व्हीलस) का जिले के 20 विद्यालयों में संचालन किया जा रहा है। प्रदर्शनी में मुख्य शिक्षा अधिकारी मेहरबान सिंह बिष्ट, जिला सेवायोजन अधिकारी आरके पंत, खंड शिक्षाधिकारी राधेश्याम खर्कवाल, विज्ञान समन्वयक नवीन पंत के अलावा तमाम छात्र-छात्राएं मौजूद थे।

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