चंपावत जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के मुख्य कार्यकारी अधिकारी ने वन निगम के डीएलएम को पत्र भेज दी कार्रवाई की चेतावनी
15 मार्च से शुरू होगा पूर्णागिरि का सरकारी मेला
देवभूमि टुडे
चंपावत। विख्यात आध्यात्मिक स्थल मां पूर्णागिरि धाम के मेले में डेढ़ माह से भी कम समय बचा है, लेकिन अब तक धाम के पैदल मार्ग में खतरा बने कई पेड़ों का निस्तारण नहीं हो सका है। पूर्णागिरि धाम के पुजारी इसे लेकर लगातार आवाज उठाते रहे हैं। अब प्रशासन ने सख्त कदम उठाते हुए खतरे वाले पेड़ों का तत्काल निस्तारण करने के वन निगम को निर्देश दिए हैं। जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एडीएम जयवर्धन शर्मा ने वन निगम टनकपुर के प्रभागीय लौंगिग प्रबंधक को पत्र भेज खतरे वाले पेड़ों का पातन नहीं होने पर से किसी हादसे के होने पर आपदा प्रबंधन अधिनियम 2005 के अंतर्गत कार्रवाई की चेतावनी दी है।
पूर्णागिरि धाम का सरकारी मेला 15 मार्च से शुरू होकर 15 जून तक चलेगा। मेला शुरू होने में अब महज 6 सप्ताह बाकी है, लेकिन अब तक धाम के पैदल रास्ते के खतरे वाले पेड़ों का निस्तारण नहीं हो सका है। पूर्णागिरि मंदिर समिति के अध्यक्ष पंडित किशन तिवारी का कहना है कि खतरे वाले पेड़ों का छपान वन विभाग काफी समय पूर्व कर चुका है, लेकिन वन निगम द्वारा पेड़ों का निस्तारण नहीं हो सका है। इससे श्रद्धालुओं सहित पूर्णागिरि धाम क्षेत्र की सुरक्षा पर खतरा हो सकता है। निगम द्वारा कार्रवाई नहीं करने पर पंडित तिवारी ने प्रशासन के सम्मुख मामले को उठाया। जिस पर 29 जनवरी को आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने वन निगम को पत्र भेज तत्काल निस्तारण करने की हिदायत दी है।