चंपावत वन प्रभाग के चंपावत व बूम रेंज से कटे हैं पेड़, वन विभाग ने पीआईयू को भेजा नोटिस PIU ने पेड़ काटने से किया इनकार
देवभूमि टुडे
चंपावत। चंपावत जिले के नेपाल सीमा से लगे सीम क्षेत्र में कई पेड़ों पर कुल्हाड़ी चली है। पेड़ किसने काटे, इसका खुलासा नहीं हो सका है। लेकिन वन विभाग ने निर्माणाधीन टनकपुर-जौलजीबी सड़क के काम को करा रहे लोक निर्माण विभाग के पीआईयू (परियोजना क्रियांवयन इकाई) को नोटिस भेजा है, लेकिन अभी ये नोटिस पीआईयू तक नहीं पहुंचा है। वहीं पीआईयू ने किसी भी तरह से पेड़ काटने में विभाग की भूमिका से इनकार किया है।
चंपावत वन प्रभाग के अंतर्गत बूम और चंपावत रेंज में आने वाले सीम क्षेत्र में खैर के कई पेड़ों के कटे है। कटे पेड़ों की संख्या स्पष्ट नहीं है, लेकिन ये संख्या 15 से अधिक बताई गई है। पेड़ किसने काटे, इसका भी अभी पता नहीं चल सका है। बूम के वन क्षेत्राधिकारी गुलजार हुसैन का कहना है कि उनके रेंज वाले हिस्से में 0 से 10 सेंटीमीटर गोलाई के 8 पेड़ कटे हैं। कटे पेड़ को लेकर जुर्म काटा गया है और साथ ही पीआईयू को नोटिस भेजा गया है। वहीं चंपावत के नवागत वन क्षेत्राधिकारी दिनेश चंद्र जोशी का कहना है कि उन्होंने आज 7 सितंबर को ही चार्ज लिया है। इसलिए उन्हें ज्यादा जानकारी नहीं है, लेकिन पड़ताल के लिए चंपावत से वन दरोगा राजेंद्र पांडेय और किशोर चंद की दो सदस्यीय टीम भेजी गई है। तफ्तीश के बाद जरूरी कार्रवाई की जाएगी। चंपावत की उप प्रभागीय वनाधिकारी नेहा सौन का कहना है कि मामले के जानकारी में आने के बाद नियमानुसार कार्रवाई की जा रही है।
PIU का कटे पेड़ों से कोई लेनादेना नहीं: एई एमसी जोशी
परियोजना क्रियांवयन इकाई ने पेड़ काटने में प्रत्यक्ष अथवा परोक्ष रूप से किसी भी तरह की भूमिका से इनकार किया है। पीआईयू के सहायक अभियंता एमसी जोशी का कहना है कि वन विभाग का भेजा नोटिस अभी नहीं मिला है। उनका कहना है कि पीआईयू टनकपुर-जौलजीबी की निर्माणाधीन रोड पर चूका के पास एक पुल जरूर बना रहा है, लेकिन पुल को लेकर वन अनापत्ति पहले ही ली जा चुकी है। पीआईयू का इन कटे पेड़ों से कोई लेनादेना नहीं है।