सरोवर में सैलानियों का सैलाब…गर्मी की तपिश के बीच क्वैराला में मिल रहा शीतलता का एहसास

250 से अधिक लोगों ने उठाया स्नान का लुत्फ, चंपावत जिले के नए पर्यटक स्थल के रूप में मिल सकती है पहचान
देवभूमि टुडे
चंपावत। मैदान में तपती गर्मी और पहाड़ के शहरी इलाकों में 30 डिग्री सेल्सियस का पारा। मौसम के इस उफनाए मिजाज के बीच शीतलता के एहसास के लिए लोग अब क्वैराला घाटी में ओखलढुंगा गांव के नजदीक के खूबसूरत सरोवर का रूख कर रहे हैं। 26 मई को 250 से अधिक लोगों ने स्नान का लुत्फ उठाया।
चंपावत से करीब 17 किलोमीटर दूर क्वैराला क्षेत्र की इस दिलकश सरोवर में बड़ी संख्या में खिलाड़ी, युवा, महिला-पुरुष सहित तमाम सैलानी पहुंचे। उप जिला क्रीड़ाधिकारी चंदन सिंह बिष्ट 50 से अधिक खेल प्रशिक्षणार्थियों को लेकर सरोवर क्षेत्र के आसपास की सफाई के लिए पहुंचे। सरोवर के पास के झरने से सैलानी खूब आनंदित हुए। गर्मी के चढ़ते पारे के बीच बड़ी संख्या में लोगों ने यहां स्नान कर शीतलता का अहसास किया।
क्वैराला के रहने वाले प्रमुख सामाजिक कार्यकर्ता और पैरा लीगल वॉलंटियर प्रकाश चंद्र जोशी शूल का कहना है कि नैसर्गिक खूबसूरती वाला यह स्थल ऐतिहासिक नजरिए से भी महत्वपूर्ण है। इसको संरक्षित करने की जरूरत है। शूल का कहना है कि चंद राजाओं के चर्चित भड़ (वीर) संग्राम सिंह कार्की से ताल्लुक रखने वाला कार्की का नौला भी इस घाटी की धरोहर हैं। झील के विकास से पर्यटन का विस्तार और क्षेत्र की अर्थव्यवस्था को विस्तार मिलेगा। वहीं क्षेत्र के सामाजिक कार्यकर्ता पीतांबर जोशी का कहना है कि यह सरोवर महाभारत कालीन है। इस जल से लगातार स्नान करने से त्वचा संबंधी कई रोग दूर होते हैं। उनका कहना है कि रास्तों को ठीक करने के साथ जरूरी सुविधाओं को बढ़ाने से ये इलाका नई सरोवरी नगरी बन सकता है।

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