आबादी वाले क्षेत्र में संचालित हो भिंगराड़ा अस्पताल

सामाजिक कार्यकर्ता चंद्रशेखर जोशी सहित गांव के लोगों ने उठाई आवाज
आबादी से दूर और चढ़ाई में होने से क्षेत्र के लोगों को नहीं मिल पा रहा है अस्पताल का खास लाभ
देवभूमि टुडे
चंपावत। चंपावत जिले के दूरस्थ लधिया घाटी क्षेत्र के भिंगराड़ा के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र करीब एक दशक बाद भी पराये भवन में चल रहा है। साथ ही अस्पताल का संचालन आबादी वाले इलाके से दूर हो रहा है। इस कारण क्षेत्र के लोग लंबे समय से अस्पताल का संचालन आबादी वाले बाजार क्षेत्र में करने की मांग करते रहे हैं।
भिंगराड़ा के सामाजिक कार्यकर्ता और सेवानिवृत्त शिक्षक चंद्रेशखर जोशी का कहना है कि भिंगराड़ा में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र एएनएम सेंटर में चल रहा है। एएनएम सेंटर बाजार और आबादी से दूर चढ़ाई में होने से लोगों का पहुंचना दुष्कर होता है। इस वजह से इसका खास लाभ इलाके को नहीं मिल पा रहा है। जोशी का कहना है कि भिंगराड़ा अस्पताल के लिए अपना भवन होने के साथ ही लोगों को तकलीफ से बचाने के लिए अस्पताल का संचालन भिंगराड़ा-रीठा साहिब रोड के किनारे बाजार वाले क्षेत्र में किया जाए। इसे लेकर क्षेत्र के पंचायत प्रतिनिधियों की बैठक में पूर्व में कई बार इस प्रस्ताव को पारित कर डीएम और सीएमओ को भी भेजा गया था। कुछ समय पूर्व डीएम के जनता मिलन कार्यक्रम में भी गांव के लोगों ने अपनी इस मांग को दोहराया। ग्रामीणों का कहना है कि भिंगराड़ा में वर्षों से खाली पड़ी पटवारी चौकी में स्वास्थ्य केंद्र को खोला जाना तर्कपूर्ण होगा।
क्या कहते हैं अधिकारी:
मुख्य चिकित्साधिकारी देवेश चौहान का कहना है कि भिंगराड़ा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के भवन को स्वीकृति मिल चुकी है। बजट मंजूर है। अलबत्ता भवन के लिए जमीन की तलाश की जा रही है। अस्पताल भवन की भूमि देखने के लिए वे इस सप्ताह भिंगराड़ा का दौरा करेंगे। भवन के निर्माण तक अस्पताल का संचालन क्षेत्रीय लोगों की मांग के मद्देनजर एएनएम केंद्र के स्थान पर बाजार में किसी उपयुक्त जगह पर शिफ्ट किया जाएगा।

सामाजिक कार्यकर्ता चंद्रशेखर जोशी।
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