अनजान आरोपियों के खिलाफ वन अधिनियम में मुकदमा दर्ज
देवभूमि टुडे
चंपावत/लोहाघाट। तो क्या लोहाघाट क्षेत्र में जंगल के दुश्मनों को अब कतई खौंफ नहीं रह गया है या ये तत्व चुनाव का लाभ उठा पेड़ों को नुकसान पहुंचा रहे हैं? बहरहाल हो जो भी, एक बात साफ है कि लोहाघाट में जंगल को तबाह करने वालों की करतूतें बढ़ती जा रही हैं। निशाने पर भी वही क्षेत्र है, जहां से ढाई महीने पहले भी देवदार के आठ पेड़ों को काट डाला गया था।
लोहाघाट के आदर्श कॉलोनी क्षेत्र में वन तस्करों ने देवदार के 15 वृक्षों के तनों को छिलकर उसे सुखाने क प्रयास किए हैं। जंगल के पहरूवाओं की चौकन्नी नजर के बाद मामला राजस्व और वन विभाग तक पहुंचा। तब जाकर जांच की प्रक्रिया शुरू हो सकी। राजस्व उपनिरीक्षक राकेश पंगरिया के मुताबिक लोहाघाट के आदर्श कॉलोनी के वोट हाउस के पास अनजान वन तस्करों ने देवदार के 15 हरे पेड़ों को सुखाने के लिए उनके तने छील डाले। शिकायत मिलने के बाद वन दरोगा नंदा बल्लभ भट्ट ने मौके में पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया। लोहाघाट की एसडीएम रिंकू बिष्ट ने बताया कि आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई करने के वन विभाग को निर्देश दिए गए हैं। वन क्षेत्राधिकारी दीप जोशी ने बताया कि देवदार के 15 पेड़ों के तनों को गोल कर छीला गया है। अज्ञात आरोपियों के खिलाफ वन अधिनियम के अंतर्गत मुकदमा दर्ज किया गया है।
आदर्श कॉलोनी में सवा दो महीने में दूसरी वारदात
चंपावत/लोहाघाट। लोहाघाट के आदर्श कॉलोनी क्षेत्र में करीब सवा दो महीने पहले भी वनों पर कुल्हाड़ी चली थी। इसी साल 27 जनवरी को वन तस्करों ने देवदार के आठ सूखे हरे पेड़ों पर आरी चला दी थी। जिस पर पुलिस ने एक व्यक्ति के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था। लेकिन पेड़ काटने में लिप्त तत्वों तक पहुंचने में पुलिस अब तक नाकाम है। इस तरह की घटनाओं से पर्यावरण के हिमायती फिक्रमंद हैं। उन्होंने अवैध रूप से जंगल काटने वालों के खिलाफ समय रहते कार्रवाई की मांग की है।