

देवडांगरों ने अवतरित होकर प्रेत बाधाओं का किया समाधान
देवभूमि टुडे
चंपावत। श्री ब्यानधुरा ऐड़ी देवता का डोला तलियाबांज लाया गया। पंडित मोहन जोशी के मार्ग निर्देशन में नौलापानी, झालाकूड़ी, मथियाबाज, बयाला, बुढ़म, सुकनी, बकोरिया के प्रमुख छड़ीदारों ने पैदल 15 किलोमीटर की नंगे पांव पदयात्रा की।
बुढ़म, कठौल, पाटली, अमगढ़ी, मथियाबांज में डोले का स्वागत किया गया। देर शाम डोला यात्रा को तलियाबांज ऐड़ी देवता के मंदिर में पहुंचाया गया। जहां पर रात्रि भर अखंड जागरण हुआ और देव जागरण में डांगरों ने लोगों की दैविक और प्रेतबाधा संबंधी समस्याओं का समाधान किया। इस अवसर पर श्री ब्यानधुरा मंदिर समिति ने श्रृद्धालुओं को पेयजल, चाय, भोजन उपलब्ध कराया। पंडित शंकर दत्त जोशी ने बताया कि जागरण में धूरा, चौड़ाकोट, बयाला, मथियाबांज, बुढम, बकौरी, सुकनी, डांडा, ककनई, नौलापानी, झालाकूड़ी, चल्थी, सिलाड़, आमखर्क, बृजनगर, सिलाड़, बमनजौल, टनकपुर आदि जगहों से सैकड़ों लोगों ने हिस्सा लिया।




