


दूबड़ समिति में धांधली के खिलाफ किसानों का आंदोलन 51वें दिन में पहुंचा
जांच टीम ने की है 81 लाख रुपये के गबन की पुष्टि
गबन की राशि की भरपाई के रूप में किसानों के खातों में जमा करने का लिखित आदेश करने की भी की गई मांग
देवभूमि टुडे
चंपावत/पाटी। पाटी विकासखंड की दूबड़ सहकारी समिति में वित्तीय अनियमितता की पुष्टि जांच कमेटी ने की है। कमेटी ने समिति के निलंबित सचिव जय राम के खिलाफ विधिक कार्रवाई की है। लेकिन वहीं 4 मार्च से आंदोलन कर रहे किसान प्राथमिकी दर्ज नहीं होने के चलते अभी भी आंदोलनरत हैं। आंदोलन का नेतृत्व कर रहे नरेंद्र उत्तराखंडी का कहना है कि डीएम नवनीत पांडे ने 22 अप्रैल को सचिव के खिलाफ FIR के निर्देश दिए थे, लेकिन एक दिन बाद भी प्राथमिकी दर्ज नहीं हो सकी है। इस कारण आंदोलन आज बुधवार को भी जारी रहा।
उत्तराखंडी ने कहा कि एफआईआर दर्ज करने के अलावा गबन की 81 लाख रुपये की भरपाई के रूप में किसानों के खातों में जमा करने का लिखित आदेश होने के बाद ही आंदोलन खत्म होगा। सरकारी कर्मियों को बिच्छू घास लगाने की भी चेतावनी दी गई है। त्रिलोचन, हरीश सकलानी, मनोज, कृष्ण राम, काशी राम, भवान राम, केशव भट्ट, भगवान सिंह बोहरा, घनश्याम, त्रिभुवन सकलानी, खष्टी बल्लभ, पुष्पा देवी, निर्मला देवी, माया देवी आदि आज 23 अप्रैल को आंदोलन में शामिल थे।
पांच सदस्यीय जांच टीम ने दूबड़ समिति में खातों में व्यापक स्तर पर वित्तीय अनियमितता और गबन की तस्दीक की है। गबन की राशि 81.08 लाख रुपये आंकी गई है। जांच रिपोर्ट के आधार पर डीएम नवनीत पांडे ने सचिव के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने के आदेश दिए थे। सहकारिता विभाग के अधिकारी सुभाष गहतोड़ी ने बताया कि पाटी के एडीओ सहकारिता अनिल जोशी 23 अप्रैल को पाटी थाने एफआईआर कराने गए थे, लेकिन अभी एफआईआर नहीं हो सकी। पाटी पुलिस के मुताबिक सहकारिता विभाग से FIR के लिए तहरीर निर्धारित प्रारूप में देने को कहा गया है। जिसके बाद प्राथमिकी दर्ज कर दी जाएगी।


