
171.54 करोड़ रुपये से बनेगी नलकूप आधारित पेयजल योजना
वर्ष 2055 तक की आबादी के हिसाब से किया गया है डिजाइन
देवभूमि टुडे
चंपावत/टनकपुर। चंपावत जिले के मैदानी क्षेत्र टनकपुर शहर के लोगों को अगले साढ़े तीन साल बाद पानी की कमी से नहीं जूझना होगा। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने एक दिन पहले 19 जुलाई को टनकपुर के लिए नलकूप आधारित इस पेयजल योजना का रुद्रपुर से शिलान्यास किया था।
चंपावत जिले के सबसे बड़े मैदानी क्षेत्र टनकपुर में वर्तमान में जरूरत का करीब 40 प्रतिशत पेयजल आपूर्ति हो रही है। नगर क्षेत्र को रोजाना 49.10 लाख लीटर पानी के सापेक्ष महज 20.40 लाख लीटर ही मिल रहा है। लेकिन अगर सब कुछ सामान्य रहा, तो अगले साढ़े तीन साल में पेयजल संकट दूर हो जाएगा। टनकपुर के शहरी क्षेत्र के लिए नलकूप आधारित योजना को मंजूरी मिली है। कुल 54 किलोमीटर लंबी पेयजल लाइन वाली यह योजना अगले अक्टूबर 2028 तक पूरी हो जाएगी। योजना के अंतर्गत 5 नए नलकूप और 3 ओवरहेड टैंक बनेंगे।
क्या कहते हैं अधिकारी:
UUSDA (उत्तराखंड शहरी सेक्टर विकास क्षेत्र) के चंपावत के परियोजना प्रबंधक अंकित आर्य ने बताया कि टनकपुर नगर पालिका के सभी 11 वार्डों की 26 हजार की वर्तमान आबादी के अलावा 171.54 करोड़ रुपये की नलकूप आधारित इस पेयजल योजना को वर्ष 2055 तक की 31905 की आबादी के हिसाब से डिजाइन किया गया है। योजना के पूरी होने के बाद अगले 18 साल के लिए रखरखाव की भी व्यवस्था होगी।


