नाराजगी…न्याय यात्रा निकाली, मांगा इंसाफ

नन्ही परी हत्याकांड के मुख्य आरोपी अख्तर अली को बरी किए जाने से टनकपुर में लोगों में उबाल
हल्द्वानी में नवंबर 2014 में हुआ था नन्हीं परी हत्याकांड
देवभूमि टुडे
चंपावत/टनकपुर। हल्द्वानी में नवंबर 2014 में हुए नन्हीं परी हत्याकांड के मुख्य आरोपी अख्तर अली के प्रभावी पैरवी नहीं होने पर उच्चतम न्यायालय से बरी होने से गुस्साए लोग टनकपुर में लगातार विरोध जता रहे हैं। समाजसेवी नेता दीप पाठक के आह्वान पर आमबाग़ की ग्राम प्रधान ललिता खत्री और मोहनपुर की प्रधान राधिका चंद के नेतृत्व में क्षेत्र की महिलाओं और स्थानीय नागरिकों ने नन्ही परी और उनके परिवार को इंसाफ दिलाए जाने को लेकर ग्राम आमबाग से मुख्य बाजार होते हुए तहसील परिसर तक आक्रोश रैली निकाली गई। साथ ही इस मामले में प्रदेश सरकार से पुनर्विचार याचिका दायर कर दोषी को फांसी देने की मांग उठाई गई।
आज 20 सितंबर महिलाओं ने कहा कि सरकार एक तरफ बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ का नारा देती है, वहीं दूसरी ओर कमजोर पैरवी से दोषी बरी हो रहे हैं। वक्ताओं ने सरकार से पुनर्विचार याचिका दायर कर अदालत में ठोस पैरवी कर कठोरतम सजा दिलाने जाने की मांग की। न्याय यात्रा में पूर्व जिला पंचायत सदस्य उर्मिला चंद, समाज सेवी पुष्कर चंद, दिनेश चंद, दीनू दा, हरीश राजा, मनोज तिवारी, अरुण, मुनीश, भुवन कालोनी, कंचन, ग्राम प्रधान आकाश चंद, योगेश चंद, रितिक, राहुल चंद, विनोद, अमित चंद, हरीश, भावना, रेखा, सावित्री, तनुज पंचोली, निर्मला जोशी, बीडीसी बबीता, उषा, सुनील वाल्मीकि, अखिल चंद सहित बड़ी संख्या में युवा, महिलाएं और अन्य नागरिक शामिल थे।

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