पिथौरागढ़ में जारी TERRITORIAL ARMY की भर्ती के लिए रोडवेज बसों की कमी से बढ़ी मुसीबत, DM ने दूसरे डिपो से मंगाई अतिरिक्त बसें, सोमवार को रोडवेज की 30 से अधिक बसों का टनकपुर-पिथौरागढ़ मार्ग पर हुआ संचालन
देवभूमि टुडे
चंपावत/टनकपुर/लोहाघाट। पिथौरागढ़ जिले में चल रही फौज की TERRITORIAL ARMY की भर्ती में शामिल होने वाले अभ्यर्थियों को वाहनों की कमी से जबर्दस्त दिक्कत झेलनी पड़ रही है। कहीं ये अभ्यर्थी टैक्सी-जीप में ओवरलोड और over rate के शिकार हैं, तो कहीं ट्रक, डंपर में आने को मजबूर होना हो रहा है। और तो और कोई वाहन नहीं मिलने पर 18 नवंबर को कई अभ्यर्थी पैदल भी पिथौरागढ़ के लिए रवाना हो रहे हैं। दूसरी तरफ रोडवेज का कहना है कि आज सोमवार को 30 से अधिक बसें पिथौरागढ़ के लिए चलाईं।
सोमवार को उत्तर प्रदेश के बरेली, पीलीभीत, बहराइच, बदायं आदि शहरों से पिथौरागढ़ में सेना भर्ती में होने जा रहे राजवीर सिंह, सुख राम, किशोरी लाल, दिलीप कुमार, राम चंदर, विपुल यादव, संदीप यादव आदि का कहना था कि पिथौरागढ़ में चल रही TA भर्ती में शामिल होने के लिए वह घर से निकले थे। टनकपुर तक तो पहुंच गए, लेकिन उसके बाद उन्हें पिथौरागढ़ जाने के लिए वाहन नहीं मिल पा रहे हैं। जैसे-तैसे टनकपुर से लोहाघाट पहुंच गए, लेकिन यहां से भी उन्हें पिथौरागढ़ के लिए नहीं मिल पा रहे हैं। उन्होंने बताया कि आधे रास्ते में पिथौरागढ़ जाने वाले वाहन मिलने की आस में वह पैदल निकल रहे हैं। इधर रोडवेज की वरिष्ठ स्टेशन प्रभारी दीपा वर्मा ने बताया कि सेना भर्ती को देखते हुए रोडवेेज ने पिथौरागढ़ के लिए चार बसों का संचालन किया है।
उधर उप्र के प्रतापगढ़ जिले के शतींद्र कुमार, अमरदीप सहित कई अभ्यर्थियों ने बताया कि टनकपुर से चंपावत तक पहुंचने के लिए उन्होंने डंपर में पीछे बैठ कर आने को मजबूर हुआ। उस पर भी डंपर चालक ने चंपावत से कुछ किलोमीटर पहले ही उतार दिया। ऐसे ही हाल उप्र के अंकित, शशि प्रकाश आदि के भी हुए। पुलिस की ओर से चल रही चेकिंग के बीच ये युवा ट्रक में बैठकर छिपते छिपाते चंपावत तक पहुंचे। मध्य प्रदेश के मुरैना जिले से आए जगदीश कुमार और राजकुमार पटेल ने बताया कि टनकपुर से पिथौरागढ़ की 150 किमी की दूरी के लिए टैक्सी चालक एक हजार रुपये से 1400 रुपये तक की मांग कर रहे हैं।
हालात को देखते हुए DM नवनीत पांडे ने रोडवेज के मंडलीय प्रबंधक को दूसरे जिलों के डिपो से बसों का अतिरिक्त प्रबंध करने को कहा। जिसके बाद सोमवार शाम को कुछ अतिरिक्त बसें संचालित होने से फौरी तौर पर राहत मिली। टनकपुर के SDM आकाश जोशी का कहना है कि भर्ती की जानकारी सेना की ओर से समय पर दी जाती, तो व्यवस्था करने के लिए समय मिल जाता। देरी से जानकारी का खामियाजा अभ्यर्थियों को भुगतना पड़ रहा है और अधिकांश टैक्सी-जीप स्वामी इस स्थिति में लूट मचा रहे हैं। उधर ARTO सुरेंद्र कुमार का कहना है कि बारात में बड़ी संख्या में जीप-टैक्सियां लगी हैं। इसके बावजूद अतिरिक्त वाहन लगाए जा रहे हैं। जिन टैक्सी संचालकों की ओर से ओवर रेटिंग की गई है, उनके खिलाफ कठोरतम कार्रवाई करने का उन्होंने दावा किया है।