12 सितंबर की सुबह से टनकपुर-पिथौरागढ़ राष्ट्रीय राजमार्ग पर नहीं हो रही आवाजाही, स्वांला व मरोड़खान में 8 मशीनें लगा हो रही रोड खोलने की कवायद, पूर्णागिरि मार्ग के भी बुरे हाल, निर्माणाधीन टनकपुर-जौलजीबी रोड पर भी कई जगह दरकी पहाड़ी
देवभूमि टुडे
चंपावत। टनकपुर-पिथौरागढ़ राष्ट्रीय राजमार्ग पिछले तीन दिनों से बंद है। कल शनिवार को खुशगवार मौसम के बीच सड़क को खोलने के तेजी से प्रयास हुए, लेकिन स्वांला और मरोड़खान के बीच भारी दुश्वारी आ रही है। स्वांला में पहाड़ी से रात फिर मलबा और पत्थर गिरने से मुश्किलें बढ़ी हैं। वहीं मरोड़खान में 13 सितंबर को 30 मीटर रोड के बहने से इस जगह से आवाजाही के लिए वैकल्पिक उपाय करना खासा दुष्कर हो रहा है। अलबत्ता प्रशासन आज रविवार को सड़क खुलने की उम्मीद जता रहा है। जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी की अतिरिक्त जिम्मेदारी संभाल रहे चंपावत के एसडीएम सौरभ असवाल का कहना है कि मौसम अनुकूल रहा, तो आज शाम तक राष्ट्रीय राजमार्ग को वाहनों के आवागमन के लिए खोले जाने की उम्मीद है। स्वांला व मरोड़खान में 8 मशीनें काम कर रही हैं। वहीं चंपावत के रैन-बसेरा सहित अलग-अलग राहत शिविर में 300 से अधिक फंसे यात्रियों व अन्य लोगों को रखा गया है।
राष्ट्रीय राजमार्ग के अलावा चंपावत जिले में 59 अन्य सड़कें भी बंद हैं। टनकपुर से भैरवमंदिर (पूर्णागिरि मार्ग) बाटनागाड़ सहित कई जगह बंद है। वहीं निर्माणाधीन टनकपुर-जौलजीबी रोड भी ठुलीगाड़ से चूका के बीच कुछ हिस्सों में भारी मलाबा आने से बाधित है। प्रशासन का कहना है कि सभी सड़कों को खोलने के प्रयास किए जा रहे हैं।