आयुक्त दीपक रावत ने सड़क के काम का जायजा लिया, नियमित संचालन में अभी लगेगा समय, कल सोमवार को भी 6 घंटे बंद है आवाजाही
देवभूमि टुडे
चंपावत। टनकपुर-पिथौरागढ़ राष्ट्रीय राजमार्ग में स्वाला के पास से वाहनों की आवाजाही शुरू हो गई है। रविवार को दोपहर बाद हाईवे में फंसे सैकड़ों वाहनों को सुरक्षित निकाला गया। अलबत्ता दो लोडेड ट्रकों के फंसने से उन्हें मशीन से धक्का देकर आगे बढ़ाया गया। स्वांला में रैंप निर्माण व ऐंकरिंग का काम पूरा करने के बाद सड़क की सतह को ठोस किया गया और फिर रविवार अपरान्ह करीब 1 बजे से फंसे वाहनों की आवाजाही शुरू हुई। फिलहाल यातायात सुचारू होने से फंसे लोगों के अलावा प्रशासन और एनएच ने राहत की सांस ली। लेकिन अभी भी हाईवे से वाहनों के नियमित संचालन में और कुछ दिन का समय और लग सकता है। वहीं कल 30 सितंबर को भी वाहनों की आवाजाही मध्यान्ह 12 बजे तक बंद रहेगी।
12 सितंबर को स्वांला में बड़ी मात्रा में मलबा गिरने से राष्ट्रीय राजमार्ग बंद हो गया था। इस अवधि के बाद से महज कुछ घंटों को छोड़ अधिकांश समय आवाजाही पर ब्रेक लगा रहा। जिससे लगातार पांच दिन तक वाहन नहीं चल पाए। उसके बाद बीच में छोटे वाहनों के लिए सीमित समय तक हाईवे खुला लेकिन भारी वाहन नहीं चल पाए। पिछले 17 दिनों से मालवाहक वाहन नहीं चल पाने से जनपद के पर्वतीय हिस्सों में जरूरी चीजों की किल्लत शुरू हो गई थी। शुक्रवार को एनएच खंड के कुमाऊं के मुख्य अभियंता दयानंद व अधीक्षण अभियंता अनिल पांगती मौके पर पहुंचे और उन्होंने रैंप तैयार करने का निर्णय लिया। तबसे दिन-रात रैंप निर्माण व ऐंकरिंग का काम किया गया। शनिवार शाम साढ़े पांच बजे वाहनों का ट्रायल लिया गया, जो सफल रहा। रविवार को कुमाऊं आयुक्त दीपक रावत ने स्वांला का स्थलीय निरीक्षण करने के साथ भू-धंसाव के स्थाई समाधान के लिए तैयार किए जा रहे प्रस्तावों के बारे में एनएच खंड और कंसल्टेंसी एजेंसी टीएचडीसी के अधिकारियों से जानकारी ली। उन्होंने स्वांला के पास लगातार सुरक्षात्मक रूप से वाहनों की निगरानी करने के निर्देश दिए। डीएम नवनीत पांडे ने बताया कि स्थाई समाधान के लिए प्लान तैयार किया गया है। शीघ्र ही पहाड़ी के ऊपरी क्षेत्र तथा सड़क के नीचे ट्रीटमेंट के कार्य किए जाएंगे। मार्ग को स्थिर करने के लिए ढाल को घटाया जाएगा। उन्होंने सड़क पर गिरे मलबे को सड़क किनारे ही डालने के निर्देश एनएच के अधिकारियों को दिए। कंसल्टेंट्स कंपनी टीएचडीसी के अपर महाप्रबंधक (डिजाइन) नीरज अग्रवाल ने स्थाई समाधान के लिए बनाई गई योजनाओं की जानकारी दी।
25 मीटर तक हुआ है भू-धंसाव
स्वांला के पास 25 मीटर सड़क के हिस्से में भू-धंसाव हुआ है। एनएच के मुख्य अभियंता दयानंद ने बताया कि विभाग द्वारा सड़क को त्वरित सुचारू किए जाने के लिए लगातार 48 घंटे काम रैंप निर्माण व ऐंकरिंग किया गया है। लेकिन अब भी मलबा गिर रहा है। स्थाई समाधान के लिए पहाड़ी के शीर्ष पर मलबा आने वाली जगह जेसीबी और लोडर से ट्रीटमेंट किया जा रहा है। एचटीडीसी कंपनी के साथ समन्वय कर स्थाई मार्ग तैयार किए जाने का कार्य किया जा रहा है। मशीन पहाड़ी के शीर्ष पर पहुंचाई जा रही है तथा पहाड़ी का ट्रीटमेंट करने हेतु एंकरिंग कर नौ बेंचेज बनाए जाएंगे।