किरोड़ा नाला और मलबे से बाटनागाड़ भी जलमग्र, घंटों बंद रहा
चंपावत जिले में तीन संपर्क मार्ग भी बंद
देवभूमि टुडे
चंपावत/टनकपुर। निर्माणाधीन टनकपुर-जौलजीबी (टीजे) सड़क भारी पत्थर के आने से 28 जून को बंद रही। ठुलीगाड़-चूका के बीच पहाड़ी से पत्थर लुढ़क सड़क के बीचोबीच गिरने से सड़क पूरे दिन नहीं खोली जा सकी। इसके चलते यहां से सीमांत क्षेत्र और चूका, खिरद्वारी आदि गांवों को होने वाली आवाजाही ठप रही। साथ ही एसएसबी की चूका सहित कई बॉर्डर आउटपोस्ट भी सड़क संपर्क से कट गई। जिला सूचना अधिकारी गिरिजा शंकर जोशी ने बताया कि रॉक ब्रेकर (चट्टान को काटने वाली मशीन) को मौके पर भेजा जा रहा है। सड़क के 29 जून की दोपहर 2 बजे बाद खुलने की संभावना जताई गई है। चंपावत जिले की 3 (दुधौरी-चौड़ा, धौन-सल्ली, धौन-बड़ोली) संपर्क मार्ग बंद रहे।
वहीं जिले के पहाड़ी क्षेत्रों में हुई बारिश से मैदान का किरोड़ा नाला और पूर्णागिरि मार्ग का बाटनागाड़ क्षेत्र भी आफत बन गया है। 28 जून की सुबह से बाटनागाड़ में मलबा और बोल्डर आने से पूर्णागिरि मार्ग बंद हो गया। इससे श्रद्धालुओं और आसपास के ग्रामीणों को दुश्वारी झेलनी पड़ी। सड़क बंद होने के दौरान कई श्रद्धालु पैदल ही ऊचोलीगोठ पार्किंग से पूर्णागिरि देवी दर्शन को गए। इसी मार्ग पर बाटनागाड़ से पहले बहने वाला किरोड़ नाला भी आफत बन रहा। यहां सुबह 9 बजे तक नाले के उफान में आने से 2 घंटे तक आवागमन ठप रहा। लोडर मशीनों की सहायता से मलबा हटाकर दोपहर दो बजे बाद वाहनों की आवाजाही हो सकी।
और मैदान में शुरू हुआ जल भराव…कई जगह जेसीबी से नाला खोदकर कराई गई पानी की निकासी
देवभूमि टुडे
चंपावत/टनकपुर। तीन दिनों से रुक-रुककर हो रही बारिश से जिले के मैदानी क्षेत्र टनकपुर और बनबसा में जल भराव होने लगा है। आमबाग, बिचई, ज्ञानखेड़ा, रोडवेज कार्यशाला डिपो में बारिश का पानी जमा होने से लोगों को दिक्कत झेलनी पड़ी। सीएम कैंप कार्यालय के नोडल अधिकारी केदार सिंह बृजवाल के अलावा इन क्षेत्रों में जन प्रतिनिधियों व स्थानीय प्रशासन के साथ मिलकर जल भराव वाले स्थानों का मुआयना किया गया। कई जगह जेसीबी से नाला खोदकर पानी की निकासी करवाई गई। नोडल अधिकारी केएस बृजवाल ने बताया कि जन प्रतिनिधियों और लोगों से संपर्क कर जल भराव की जानकारी ली जा रही है। रोडवेज कार्यशाला में भी जल भराव से डिपो के कर्मियों को काम में दिक्कतें झेलनी पड़ी। महाप्रबंधक पवन मेहरा और तहसीलदार जगदीश गिरी ने बताया कि रोडवेज कार्यशाला में जल निकासी नहीं होने से जलभराव हो गया। रुके हुए पानी को जेसीबी मशीन से नाला खोदकर निकाला गया। टनकपुर के बिचई गांव में जल भराव होने से नागरिकों को परेशानी उठानी पड़ी। बाजार में कहीं कहीं नालियां चोक होने से कई जगह सड़कों पर पानी भरा रहा।