प्राचार्या ने सहायक प्रोफेसर को दिया कारण बताओ नोटिस, निदेशक को पत्र भेज जांच का आग्रह किया, शिक्षक का आरोपों से इनकार
देवभूमि टुडे
चंपावत/टनकपुर। टनकपुर राजकीय महाविद्यालय में एक छात्रा से अभद्रता व छात्र नेताओं के खिलाफ आपमानजनक शब्दों के इस्तेमाल का एक सहायक प्रोफेसर पर आरोप लगा है। इससे शनिवार को छात्र-छात्राएं भड़क गए। नाराज छात्र नेताओं ने प्राचार्या का घेराव कर आरोपी शिक्षक के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है। वहीं आरोपी शिक्षक ने आरोपों को गलत बताया है।
शनिवार को अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से जुड़े कार्यकर्ताओं ने प्राचार्या का घेराव करते हुए भूगोल के सहायक प्रोफेसर डाँक्टर एमएस चौहान पर एक छात्रा से अभद्रता व छात्र नेताओं और छात्र संगठनों के कार्यकर्ताओं के लिए अपमानजनक शब्दों के इस्तेमाल करने का आरोप लगाया। एक छात्रा ने इस शिक्षक पर अभद्रता का आरोप लगाते हुए कहा कि वह परीक्षा से संबंधित काम को लेकर शुक्रवार को शिक्षक एमएस चौहान के पास गई थी। इस दौरान न केवल उनके साथ बदसलूकी की गई, बल्कि छात्र नेताओं पर भी अभद्र टिप्पणी की गई। मौके पर पहुंचे एबीवीपी कार्यकर्ताओ की भी शिक्षक चौहान से तीखी बहस हुई। एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन कर प्राध्यापक को हटाने और निष्पक्ष जांच की मांग की।
इस हंगामे के बीच अन्य संगठनों के छात्र नेताओं ने भी प्राचार्य कार्यालय पहुंच शिक्षक का विरोध किया। प्रदर्शन करने वालों में पूर्व अध्यक्ष राजेंद्र सिंह, छात्र नेता मनीष सिंह बिष्ट, सचिव नेहा महर, खुशी चंद, पूर्व विश्विद्यालय प्रतिनिधि मयंक पंत, विश्विद्यालय प्रतिनिधि नीरज सिंह, विद्यार्थी परिषद के नितिन मंगला,विक्रम सिंह भंडारी, प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य एबीवीपी रजत त्रिपाठी, भौमिक बोहरा, कोमल राय, खुशी कुमारी, इशिका, मुकुल सिंह, पवन सिंह, पूर्व उप सचिव दीपक बेलवाल साहित कई छात्र नेता शामिल थे। प्राचार्य अनुपमा तिवारी ने बताया कि छात्र नेताओं और छात्रा की शिकायत पर प्राध्यापक के खिलाफ जांच के लिए उच्च शिक्षा निदेशक को पत्र भेज दिया है। साथ ही सहायक प्रोफेसर एमएस चौहान को कारण बताओ नोटिस देते हुआ 16 मई तक जवाब देने के लिए कहा गया है।