28 जनवरी से आंदोलन कर रहे टनकपुर के खनन कारोबारी
खनन कारोबारियों की समस्याओं के स्थाई समाधान के लिए जल्द होगी महापंचायत
देवभूमि टुडे
चंपावत/टनकपुर। 28 जनवरी से धरना दे रहे टनकपुर के खनन कारोबारियों की क्रशर स्वामियों के साथ कल बेनतीजा रही वार्ता के एक दिन बाद 1 फरवरी को पूर्व विधायक हेमेश खर्कवाल ने 1 घंटे का मौन उपवास किया। उन्होंने खनन कारोबारियों का समर्थन करते हुए तहसील परिसर के बाहर ये उपवास किया। साथ ही कहा कि खनन कारोबारियों के हितों की लड़ाई को मजबूती से लड़ा जाएगा। खनन कार्य से शहर की अर्थव्यवस्था जुड़ी है, लेकिन खनन कार्य में हो रही अनियमितता से खनन चौपट हो रहा है।
पूर्व विधायक खर्कवाल ने कहा कि सरकार डरी हुई है। तहसील का गेट बंद कर शांतिपूर्ण और लोकतांत्रिक प्रदर्शन को भी रोकने की कोशिश कर रही है। उन्होंने वाहन स्वामियों को डराने का आरोप लगाया। कहा कि खनन कारोबारियों की समस्याओं के स्थाई समाधान के लिए जल्द ही महापंचायत की जाएगी।
खनन सामग्री के सही दाम और बाहरी क्षेत्रों से ओवरलोड खनन सामग्री खरीदे जाने से नाराज खनन कारोबारी 28 जनवरी से टनकपुर तहसील परिसर में धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। इस वजह से शारदा नदी से खनन निकासी भी नहीं हो पा रही है। गतिरोध समाप्त करने के लिए कल 31 जनवरी को मुख्यमंत्री कैंप कार्यालय में दोनों पक्षों को वार्ता हुई, लेकिन कोई हल नहीं निकल सका। खनन कारोबारी क्रशर संचालकों पर मनमानी का आरोप लगाया है। खनन कारोबारियों को समर्थन देने वालों में युवक कांग्रेस जिलाध्यक्ष विनोद बड़ेला, सूरज मिश्रा, राजेंद्र प्रसाद आदि शामिल थे। धरना देने वालों में जगदीश चंद, अशोक मुरारी, भूपाल पांडेय, बलवंत सिंह, दान सिंह भाकुनी, शाहिद अली, पदम चंद, शंकर चंद, राजेंद्र आदि शामिल थे।