श्रीमद्देवीभागवत कथा…धर्म का मर्म सीखती है कथा

पूर्णागिरि धाम के अखंड धुनि स्थल में 2 अक्टूबर को होगा पारायण
देवभूमि टुडे
चंपावत/पूर्णागिरि धाम। पंडित गिरीशानंद शास्त्री ने कहा कि भागवत कथा धर्म के सार को सीखानी है। मानवता के मर्म को महसूस कराती है। आस्था के धाम मां पूर्णागिरि मंदिर की अखंड धुनि स्थल में श्रीमद्देवीभागवत कथा के दूसरे दिन मंगलवार को उन्होंने कहा कि आध्यात्मिक और सांसारिक जीवन में संतुलन साधने की कला बताती है। मंदिर समिति के अध्यक्ष पंडित किशन तिवारी ने बताया कि धुनि स्थल में रोजाना दोपहर 2 बजे से कथा का वाचन होगा कथा का पारायण दो अक्टूबर को होगा।
शाारदीय नवरात्र के पहले दिन 22 सितंबर से शुरू इस देवी कथा के रसास्वादन के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालु उमड़ रहे हैं। जजमान पंडित गिरीश पांडेय, पंडित पीतांबर तिवारी, पंडित कमलापति पांडेय, पंडित मोहन पांडेय, ग्राम प्रधान पंकज तिवारी, पंडित महेश पांडेय, पंडित दुर्गा गिरि पांडेय आदि हैं। कथा श्रवण का पुण्य सपना पांडेय, शीला पांडेय, चंद्रकला तिवारी, कलावती पांडेय, पूजा पांडेय, गौरी भट्ट, गीता तिवारी, ललिता तिवारी, लीलावती पांडेय, जानकी तिवारी, हेमा तिवारी, संध्या पांडेय सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु ले रहे हैं।

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