संगीत के मधुर स्वर और खूबसूरत राग से शारदा में अलौकिक नजारा

मुरली बजाए मन को लुभाएं…
टनकपुर के शारदा घाट पर सांस्कृतिक यात्रा के क्रम में सुबह सवेरे रागदारी में उमड़े पूर्णागिरि के श्रद्धालु
देवभूमि टुडे
चंपावत/टनकपुर। टनकपुर के शारदा घाट में कलकल बहती नदी के बीच संगीत के स्वर और खूबसूरत राग ने अलौकिक नजारा पेश किया। सांस्कृतिक यात्रा क्रम में 29 मई को शास्त्रीय संगीत का प्रात: कालीन राग भूपेश्वरी का गायन ने श्रद्धालुओं को मंत्रमुग्ध कर दिया।
नमामि गंगे नोडल अधिकारी और टनकपुर राजकीय महाविद्यालय के संगीत के विभागाध्यक्ष संगीतज्ञ डॉ. पंकज उप्रेती ने- ‘मुरली बजाए मन को लुभाए, श्याम सुंदर मन में समाए’। गीत प्रस्तुत किया। नदियों की स्वच्छता और भारतीय शास्त्रीय संगीत के प्रचार-प्रसार में जुटे डॉ. उप्रेती गंगा आरती के बाद इस प्रकार की संगीत बहार करने वाले पहले अधिकारी हैं। राजकीय महाविद्यालय टनकपुर के संगीत विभागाध्यक्ष शारदा घाट पर वृहद सांगीतिक अभियान पिछले तीन साल से कर रहे हैं। गायन के मधुर स्वरों के साथ ही बड़ी संख्या में पूर्णागिरि के श्रद्धालु श्रद्धापूर्वक जुट गए। शरदा घाट पर बदायंू, शाहजहांपुर, बिजनौर, पीलीभीत, लखनऊ, कानपुर, मथुरा सहित कई जगह के श्रद्धालु उमड़े।

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