462 किमी का सफर लेकिन 75 किमी में ही दगा दे गई रोडवेज बस

पिथौरागढ़ डिपो की पिथौरागढ़ से देहरादून जा रही रोडवेज बस चंपावत में खराब
दूसरी बसों से भेजे गए 35 मुसाफिर
बन रहा करोड़ों का ISBT लेकिन खटारा बसों से नहीं निजात
देवभूमि टुडे
चंपावत/पिथौरागढ़। चंपावत जिले के टनकपुर में 234 करोड़ रुपए से ISBT (अंतर्राज्यीय बस टर्मिनल) का निर्माण हो रहा है। इस काम के पूरा होने से निगम से लेकर यात्रियों तक को सुविधा होगी। लेकिन वहीं दूसरी तरफ मुसाफिर रोडवेज बसों में अक्सर आ रही खामी से बेहाल हैं। ऐसा ही हाल आज 11 जून को भी नजर आया। पिथौरागढ़ से 462 किलोमीटर दूर उत्तराखंड की राजधानी देहरादून जा रही रोडवेज की बस मंजिल में पहुंचने से 387 किलोमीटर पहले ही दगा दे गई। इससे 35 यात्रियों को घंटों तक फजीहत झेलनी पड़ी।
पिथौरागढ़ से देहरादून जा रही पिथौरागढ़ डिपो की बस (यूके 07पी ए 4271) बुधवार शाम करीब साढ़े 4 बजे 75 किलोमीटर दूर चंपावत बस स्टेशन पहुंचते-पहुंचते हांफ गई। बस के हौज पाइप में खामी आ गई। यद्यपि बस चालक और स्टाफ ने इस खामी को ठीक करने का प्रयास किया, लेकिन खराबी दूर नहीं होने से बस आगे नहीं चल सकी। चंपावत रोडवेज बस स्टेशन के प्रभारी सतीश कुमार ने बताया कि पिथौरागढ़ डिपो की बस में 35 यात्री सवार थे। बस खराब होने से मुसाफिरों को दुश्वारी झेलनी पड़ी। अलबत्ता बाद में दूसरी बसों से यात्रियों ने आगे का सफर तय किया। इस साल के पहले 5 महीनों में टनकपुर-पिथौरागढ़ राष्ट्रीय राजमार्ग पर ही 47 बसें यात्रियों को बीच रास्ते में दगा दे चुकी है।

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