नामचीन लौह शिल्पी अमित का सम्मान…DM ने किया सम्मानित

पारंपरिक लौह शिल्प को बढ़ावा दे रहे हैं लोहाघाट के अमित कुमार ग्रॉथ सेंटर के लौह उत्पादन हैं लोहाघाट की शान
देवभूमि टुडे
चंपावत/लोहाघाट। चंपावत जिले के नामचीन लौह शिल्पी अमित कुमार को सम्मानित किया गया। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में परंपरागत कला और ग्रामीण आजीविका को नई दिशा देने के लिए प्रयासरत लौह शिल्पी अमित कुमार को पारंपरिक लौह शिल्प के संरक्षण और उसे नई पहचान दिलाने में किए गए योगदान के लिए DM मनीष कुमार ने सम्मानित किया। कहा कि अमित कुमार ने ना केवल परंपरागत लौह शिल्प को पुनर्जीवित किया है, बल्कि इसे आधुनिक बाजार तक पहुंचाकर स्थानीय कारीगरों के लिए आजीविका और आत्मनिर्भरता के नए द्वार भी खोले हैं। ग्रॉथ सेंटर के जरिए वे कारीगरों को संगठित कर उनकी कला को देशभर में पहचान दिला रहे हैं।
सम्मान के लिए DM मनीष कुमार का आभार जताते हुए लौह शिल्पी अमित कुमार ने कहा कि ग्रोथ सेंटर राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन से जुड़ा हुआ है। जहां कई शिल्पकार आत्मनिर्भर बन रहे हैं। ग्रोथ सेंटर में तैयार होने वाले लौह उत्पादों की मांग देशभर में है और इन्हें ऑनलाइन प्लेटफार्म अमेजन के जरिए से बिक्री की जा रही है। लोहाघाट के प्रगति आजीविका ग्रॉथ सेंटर के मजबूत तले वाले लौह उत्पादन आकर्षक होने के साथ ही खाने के स्वाद में भी इजाफा करते हैं। मशीन और हाथ से बनाए जाने वाले लोहे के ये बर्तन लोहाघाट की शान हैं। इनमें प्रमुख रूप से तवे, कढाई, फ्राइपेन के साथ इंडेक्सन चूल्हे में उपयोग वाली कढाई और तवे और कृषि उपकरण शामिल हैं।
लोहाघाट का प्रगति आजीविका ग्रॉथ सेंटर पिछले साल नवंबर से ही अब तक चार बड़े मेलों में हिस्सा ले चुका है। नवंबर 2024 में दिल्ली के प्रगति मैदान में दो सप्ताह तक आयोजित ट्रेड फेयर, जनवरी 2025 में बरेली के उत्तरायणी मेले के अलावा फरवरी में मुंबई के कौथिक के अलावा मार्च 2025 के शुरू में उत्तरकाशी के हर्षिल में लौह उत्पाद के स्टॉल लगा चुके हैं। हर्षिल में उत्तराखंड की एक जिला दो उत्पाद योजना के तहत 6 मार्च को लगे स्टॉल का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी मुआयना किया था।

error: Content is protected !!