रीठा साहिब जोड़ मेला संपन्न…

3 दिनों में 35 हजार से अधिक तीर्थयात्रियों ने मत्था टेका मेला निपटने के बाद लौटने लगे तीर्थयात्री
देवभूमि टुडे
चंपावत/रीठा साहिब। रीठा साहिब गुरुद्वारे में 3 दिनी सालाना जोड़ मेला संपन्न हो गया। गुरु ग्रंथ साहिब की अरदास और अखंड पाठ के महाभोग के साथ 11 जून को मेले का औपचारिक रूप से समापन हुआ। 3 दिवसीय मेले में 35 हजार से अधिक तीर्थयात्रियों ने मत्था टेका। मेला संपन्न होने के बाद तीर्थयात्रियों की वापसी का सिलसिला तेज हो गया है।
रीठा साहिब के गुरुद्वारे में बुधवार तक सबद-कीर्तन जारी रहा। सिख संगत को कार सेवा के प्रमुख बाबा बचन सिंह ने संबोधित किया। उन्होंने सिख धर्म गुरुओं के त्याग, बलिदान, सेवा, सत्कार की खूबियों को स्मरण कराते हुए इनको विस्तार देने की अपील की। सरबत की भलाई के लिए अरदास हुई। सिख धर्म के संस्थापक गुरुनानक देव जी ने अपनी आध्यात्मिक शक्ति के बल पर रीठे की कड़वाहट में मिठास भरकर समूचे समाज को मिलकर रहने की सीख दी। मुख्य ग्रंथी निर्मल सिंह के नेतृत्व में अखंड पाठ की लड़ी हुई।
अमृतसर के ज्ञानी तीरथ सिंह, लखबीर सिंह, पटना साहिब के ज्ञानी रंजीत सिंह, ज्ञानी इकबाल सिंह, नानकमत्ता के प्रधान सचिव अमरजीत सिंह, बाबा अजीत पाल सिंह, बाबा सुरेंद्र सिंह, बाबा कुलवंत सिंह, बाबा जसविंदर सिंह, लक्खा सिंह, रेशम सिंह, रंजीत सिंह आदि संतों ने सामाजिक सौहार्द का संदेश दिया।
महाभोग का लंगर छकने के बाद यहां से तीर्थयात्रियों की रवानगी शुरू हुई। रीठा साहिब गुरुद्वारे के प्रबंधक बाबा श्याम सिंह ने विभिन्न स्थानों से पहुंचे तीर्थ यात्रियों का स्वागत किया। दूरदराज से आए लोगों ने कार सेवा कर व्यवस्थाओं में हाथ बंटाया। वहीं चिकित्सा पेशे से जुड़े कई सेवादारों ने पोखरी, खेतीखान सहित कई जगह चिकित्सा कैंप लगा बड़ी संख्या में लोगों को चिकित्सकीय मदद की।

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