पूर्णागिरि मुंडन ठेके की राशि कम करो या बढ़ाओ मुंडन की राशि…भेजा ज्ञापन

जिला पंचायत के अपर मुख्य अधिकारी को ज्ञापन भेज राशि कम करने की मांग की
मुंडन की दर 331 से कम कर 101 हुई लेकिन ठेके की राशि में तुलनात्मक कमी नहीं
बाल मुंडन के पहले ठेके में किसी ठेकेदार ने नहीं लिया हिस्सा
देवभूमि टुडे
चंपावत/पूर्णागिरि धाम। मां पूर्णागिरि धाम मेले की बाल मुंडन के ठेके की राशि बढ़ाने की मांग की गई है। मुंडन ठेकेदारों की ओर से इस संबंध में जिला पंचायत के अपर मुख्य अधिकारी और मेला अधिकारी को पत्र भेजा गया है। जिसमें कहा गया है कि अगर ठेके की राशि नहीं बढ़ाई जाती है, तो मुंडन की दर को बढ़ाया जाए। बाल मुंडन के 30 जनवरी को हुए ठेके के लिए एक भी ठेकेदार ने प्रक्रिया में हिस्सा नहीं लिया है। जिसके मद्देनजर जिला पंचायत ठेके की तारीख को आगे खिसकाया गया है।
मां पूर्णागिरि धाम में बच्चों का मुंडन कराने की परंपरा है। मान्यता है कि मुंडन कराने से सुख-समृद्धि और कल्याण होता है। पिछले साल मुंडन की दर 331 रुपये थी। जिसे मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश के बाद सरकारी मेला अवधि के बीच में कम कर दिया गया था। जिसके बाद मुंडन का सालभर का ठेका 1.55 लाख रुपये से कम कर 1.22 लाख कर दिया गया था। इस बार मुंडन के ठेके की न्यूनतम बोली 65 लाख रुपये रखी गई है। जबकि मुंडन की राशि 101 रुपये की गई है। ठेकेदारों का कहना है कि मुंडन के ठेके की राशि और मुंडन की राशि के बीच असंतुलन है। इसे तर्कपूर्ण बनाया जाए, ताकि न ठेकेदारों को नुकसान हो और नहीं श्रद्धालुओं की जेब पर अतिरिक्त भार पड़े। ठेकेदारों ने मुंडन ठेके की न्यूनतम राशि 65 लाख रुपये से कम कर 40 लाख रुपये करने की मांग की है। अगर ऐसा करना संभव नहीं है, तो मुंडन की राशि को 101 रुपये से बढ़ाकर 250 रुपये किया जाए।

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