15 जून की रात पाटी के रमक में चाकूबाजी की हुई थी वारदात, इलाज के दौरान सभी तीनों ग्रामीणों ने हल्द्वानी में दम तोड़ा देवभूमि टुडे चंपावत/पाटी/हल्द्वानी। पाटी ब्लॉक के रमक गांव के खूनी संघर्ष ने अब तीसरी जिंंदगी को निगल लिया है। छुरेबाजी को अंजाम देने वाले दयानंद की मां पार्वती देवी ने इलाज के दौरान हल्द्वानी अस्पताल में दम तोड़ दिया। पार्वती से पूर्व 2 और लोगों की जान जा चुकी है। जबकि एक अन्य जख्मी युवक जीवन को हालत में सुधार होने से कुछ दिनों पूर्व अस्पताल से छुट्टी दे दी गई थी। 15 जून की रात पाटी के रमक निवासी दयानंद जोशी (37) अपने घर से चाकू लेकर गांव के दो युवकों जीवन (24) और खिलानंद (34) पर हमला करने के लिए निकला था। तब दयानंद की मां पार्वती देवी ने बेटे को जाने से रोकने की कोशिश की, इस प्रयास में पार्वती देवी के पेट में चाकू लग गया और वह बुरी तरह से घायल हो गई। चंपावत से रेफर हुई पार्वती देवी ने हल्द्वानी के सुशीला तिवारी अस्पताल में 10 जुलाई को दम तोड़ दिया। इस वारदात में 2 लोगों की पहले ही मौत हो चुकी है। 16 जून को हमलावर दयानंद की मौत हुई और एक दिन बाद 17 जून को एक जख्मी युवक खिलानंद (34) ने हल्द्वानी सुशीला तिवारी अस्पताल में मौत हो गई थी। 15 जून की रात दयानंद ने आवेश में आकर दोनों युवकों को जख्मी करने के बाद खुद को भी बुरी तरह घायल कर लिया था। चारों घायलों को पाटी से चंपावत जिला अस्पताल और फिर डीएच से 16 जून की सुबह हल्द्वानी सुशीला तिवारी अस्पताल रेफर किया गया था। और अब इस वारदात में शामिल 4 लोगों में से 3 की मौत हो चुकी है। जबकि चौथा युवक जीवन की हालत में सुधार है और अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है।