


जिला पंचायत के अपर मुख्य अधिकारी कमलेश सिंह बिष्ट के मुआयने में सफाई व्यवस्था में मिलीं खामियां
ठीक मिली बाल मुंडन की व्यवस्था
ठुलीगाड़-भैरव मंदिर सड़क पर वाहन संचालन और वाहन पार्किंग व्यवस्था का भी मुआयना किया
देवभूमि टुडे
चंपावत। पूर्णागिरि क्षेत्र की सफाई व्यवस्था सवालों के घेरे में है। मेला क्षेत्र के कुछ हिस्सों में सफाई के नाम पर कूड़े को पास के ही जंगल में फेंका जा रहा है। सफाई की इस बदहाली से मेला क्षेत्र के मुआयने में आज 16 अप्रैल को गए जिला पंचायत के अपर मुख्य अधिकारी कमलेश सिंह बिष्ट रूबरू हुए। उन्होंने सफाई व्यवस्था का संचालन कर रही संस्था सुलभ इंटरनेशल के प्रतिनिधियों को कूड़े को जंगल में फेंकने के बजाय वाहनों से कूड़ाघरों में डालने के निर्देश दिए। पूर्णागिरि मार्ग पर ककरालीगेट से बूम के बीच सड़क किनारे कई जगह बिखरी प्लास्टिक की थैलियों का नियमित रूप से निस्तारण के आदेश दिए गए।
ठुलीगाड़ से भैरव मंदिर सड़क पर जीप-टैक्सी संचालन की व्यवस्था और जीप के किराये की जानकारी ली गई। एएमए का कहना है कि बाल मुंडन की व्यवस्था ठीक पाई गई। कई वाहन स्वामियों से पार्किंग शुल्क की मालूमात में निर्धारित शुल्क लिए जाने की जानकारी मिली। अपर मुख्य अधिकारी बिष्ट ने मेले में श्रद्धालुओं को सभी बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध कराने की हिदायत दी। कहा कि मेले की व्यवस्थाओं का नियमित रूप से मुआयना कर खामियों को दूर किया जाए, ताकि तीर्थयात्रियों को किसी तरह की दिक्कतों का सामना नहीं करना पड़े। 9 अप्रैल को चार्ज लेने के बाद नवागत एएमए का यह पहला पूर्णागिरि मेला क्षेत्र का दौरा था। दौरे में अभियंता अनिल रावत, वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी विजय उप्रेती, हितेश जोशी आदि साथ थे। पूर्णागिरि का सरकारी मेला 15 मार्च से शुरू होकर 15 जून तक चलेगा।



