38वें राष्ट्रीय खेलों का रंगारंग आगाज…खेल बढ़ाते हैं देश की साखः PM मोदी

भारत को दुनिया की तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बनाने में SPORTS ECONOMY की भी रहेगी अहम भूमिका
देवभूमि टुडे
देहरादून। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 28 जनवरी की शाम को उत्तराखंड में 38वें राष्ट्रीय खेलों का रंगारंग शुभारंभ किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (सेवानिवृत्त), मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी सहित कई हस्तियों की मौजूदगी में मंगलवार शाम से उत्तराखंड में 38वें राष्ट्रीय खेलों का रंगारंग उद्घाटन हो गया है। इस मौके पर बॉलीवुड सिंगर जुबिन नौटियाल, पवनदीप राजन के साथ ही पांडवाज बैंड ने शानदार प्रस्तुतियों से समा बांधा। 6 बजे राष्ट्रीय खेलों का उद्घाटन करने मैदान में पहुंचे प्रधानमंत्री ने सबसे पहले गोल्फ कार्ट में स्टेडियम का राउंड लिया। गोल्फ कोर्ट पर उनके साथ मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी थे। करीब आधे घंटे तक चले सांस्कृतिक कार्यक्रम के बाद उत्तराखंड की खेल मंत्री रेखा आर्य और भारतीय ओलंपिक संघ की अध्यक्ष और सांसद पीटी ऊषा ने स्वागत भाषण दिया। देहरादून में राजीव गांधी इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम में हुए उद्घाटन समारोह में PM मोदी ने कहा कि देवभूमि उत्तराखंड आज युवा ऊर्जा से और भी दिव्य हो उठा है। बाबा केदार, बद्रीनाथ, मां गंगा के शुभाशीष के साथ आज यहां राष्ट्रीय खेल शुरू हो रहे हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि ये वर्ष (2025) उत्तराखंड के निर्माण का 25वां वर्ष भी है। इस खास अवसर पर इस युवा राज्य में देश के अलग-अलग हिस्सों से आए, हजारों युवा अपना सामर्थ्य दिखाने वाले हैं। इससे यहां एक भारत, श्रेष्ठ भारत की खूबसूरत तस्वीर नजर आ रही है। PM ने शानदार आयोजन के लिए उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और उनकी टीम को बधाई दी।
प्रधानमंत्री ने कहा कि अब देश में सालभर कई खेल प्रतियोगिताएं आयोजित की जा रही हैं। खेलो इंडिया सीरीज में कई सारे नए टूर्नामेंट जोड़े गए हैं। खेलो इंडिया यूथ गेम्स की वजह से युवा खिलाड़ियों को आगे बढ़ने का मौका मिला है। इसी तरह यूनिवर्सिटी गेम्स और पैरा ओलंपिक गेम्स से भी मौके बढ़े हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि अभी कुछ दिन पहले लद्दाख में खेलो इंडिया विंटर गेम्स का पांचवां संस्करण शुरू हुआ है। सरकार के साथ ही भाजपा सांसद भी सांसद निधि से खेल प्रतिभाओं को बढ़ावा दे रहे हैं।
खेल से बढ़ती है देश की प्रोफाइलः
प्रधानमंत्री ने कहा कि जब कोई देश खेल में आगे बढ़ता है तो, देश की साख और प्रोफाइल भी बढ़ती है। इसलिए सरकार खेल को विकास से जोड़कर आगे बढ़ रही है। उन्होंने कहा कि भारत दुनिया की तीसरी बडी आर्थिक शक्ति बन रहा है तो इसमें स्पोर्ट्स इकोनॉमी का भी अहम योगदान होने जा रहा है। इससे खिलाड़ी ही नहीं, बल्कि सहायक स्टॉफ से लेकर मैन्युफैक्चर तक जुड़े होते हैं। उन्होंने कहा कि भारत खेल सामग्री उत्पादन का हब बनता जा रहा है। अकेले मेरठ में खेल सामग्री निर्माण की 35 हजार से अधिक यूनिट हैं, जहां तीन लाख लोग काम कर रहे हैं।
पीएम यानि परम मित्रः
प्रधानमंत्री ने कहा कि बीते दिनों उनसे मिलने ओलंपिक टीम के सदस्य आए थे, उस दौरान एक खिलाड़ी ने PM की नई परिभाषा बताई, जिसके अनुसार खिलाड़ी PM को प्राइम मिनिस्टर नहीं, बल्कि परम मित्र कह कर बुलाते हैं। उन्होंने कहा कि 10 साल में खेल बजट 3 गुना बढ़ गया है, टॉप स्कीम के तहत दर्जनों खिलाड़ियों पर सैकडों करोड़ रुपए का निवेश हो रहा है। देशभर में आधुनिक खेल सुविधाओं का विकास हो रहा है। देश की पहली खेल यूनिवर्सिटी मणिपुर में है। सरकार के प्रयासों का असर पदक तालिका के रूप में नजर आ रहा है। देश के साथ ही उत्तराखंड के खिलाड़ी भी पदक जीत रहे हैं। अब युवा खेल को प्रमुख कैरियर के रूप में अपना रहे हैं।
2036 में ओलंपिक आयोजन का प्रयासः
प्रधानमंत्री ने कहा कि जैसे हमारे खिलाड़ी हमेशा बड़े लक्ष्य लेकर चलते हैं, वैसे ही हमारा देश भी बडे संकल्प लेकर आगे बढ़ रहा है। इसलिए भारत 2036 में ओलंपिक की मेजबानी का प्रयास कर रहा है। प्रधानमंत्री ने कहा कि जहां भी ओलंपिक होते हैं, वहां अनेक सेक्टर को गति मिलती है। खिलाड़ियों के लिए बेहतर सुविधाए बनती हैं। ठीक ऐसे ही राष्ट्रीय खेल से यहां देवभूमि उत्तराखंड को अनेक लाभ मिलेंगे।
UCC समानता के लिए:
प्रधानमंत्री ने कहा कि बाबा केदार के दर्शन के बाद उनके मुंह से अचानक ही निकला था कि 21वीं सदी का ये दशक, उत्तराखंड के नाम होने जा रहा है। अब उन्हें खुशी है कि राज्य तेजी से इस दिशा में आगे बढ़ रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि कल ही उत्तराखंड UCC (समान नागरिक संहिता) लागू करने वाला पहला राज्य बन गया है। UCC सही मायने में सेक्युलर सिविल कोड है, जो हमारी बेटियों, माताओं और बहनों के गरिमापूर्ण जीवन का आधार बनेगा। इससे लोकतंत्र की भावना भी मजबूत होगी।
शीतकालीन यात्रा पर सरकार के प्रयासों को सराहा:
उन्होंने राज्य सरकार की पीठ थपथपाते हुए कहा कि उत्तराखंड में पहली बार इतने बडे पैमाने पर नेशनल इवेंट हो रहा है। प्रधानमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड की अर्थव्यवस्था सिर्फ चारधाम यात्रा पर ही निर्भर नहीं रह सकती है। इसी दिशा में उत्तराखंड ने अब शीतकालीन यात्रा को भी प्रोत्साहित किया है। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड उनका दूसरा घर है, इसलिए उनकी भी शीतकालीन यात्रा का हिस्सा बनने की इच्छा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि शीतकाल के दौरान उत्तराखंड में युवाओं के लिए एडवेंचर टूरिज्म के लिए भी कई अवसर होते हैं। उन्होंने खिलाड़ियों से भी शीतकालीन टूरिज्म का आनंद उठाने की अपील की। प्रधानमंत्री ने देशवासियों से फिटनेस पर ध्यान देने की अपील करते हुए मोटापे की समस्या के प्रति सचेत रहते हुए खान पान पर ध्यान देने की भी अपील की है।
दर्शकों की मोबाइल फ्लैश लाइट करवाई ऑनः
प्रधानमंत्री ने राष्ट्रीय खेलों की विधिवत शुरुआत करते हुए कहा कि वैसे तो ये उनका दायित्व है, लेकिन वो चाहते हैं कि स्टेडियम में मौजूद सभी लोग मोबाइल की फ्लैश लाइट जलाकर, उनका साथ दें। जिस पर लोगों ने मोबाइल की फ्लैश लाइट जलाकर प्रधानमंत्री का साथ दिया।
प्रदेश के 11 शहरों में हो रहे राष्ट्रीय खेल
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उत्तराखंड को राष्ट्रीय खेल आयोजन की जिम्मेदारी देने के लिए PM नरेंद्र मोदी का आभार जताया। 17 दिवसीय राष्ट्रीय खेल महाकुंभ का आयोजन प्रदेश के 11 शहरों में किया जा रहा है। जिसमें देशभर के 10 हजार से अधिक खिलाड़ी 35 खेलों में हिस्सा ले रहे हैं। इसके साथ ही पर्यावरण संरक्षण का संदेश देने के उद्देश्य से इस बार के राष्ट्रीय खेलों का आयोजन ग्रीन गेम्स की थीम पर किया जा रहा है। इस आयोजन में सौर ऊर्जा का व्यापक प्रयोग किए जाने के साथ ही आयोजन में प्लास्टिक का उपयोग कम से कम किए जाने के भी प्रयास किए गए हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में हमारा देश वर्ष 2047 तक विकसित राष्ट्र के रूप में स्थापित होने के लिए कमर कस चुका है। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने उत्तराखंड में समान नागरिक संहिता लागू करने का जो संकल्प लिया था, उसको पूर्ण कर दिया गया है। 27 जनवरी से राज्य में UCC कानून लागू कर दिया गया है। ये ऐतिहासिक कार्य PM मोदी के मार्गदर्शन के बिना असंभव था।
मार्च पास्ट से खिलाड़ियों ने दी सलामीः
खिलाड़ियों ने शानदार परेड निकाली। परेड का नेतृत्व सैनिक घोड़ाखाल की बैंड टीम ने किया। जिसके पीछे अलग-अलग राज्यों और केंद्र शासित प्रदेश की टीमें पंक्तिबद्ध होकर निकलीं। इसके बाद ओलंपियन शटलर लक्ष्य सेन ने मंच पर पहुंच कर तेजस्वनी मशाल प्रधानमंत्री को सौंपी। लक्ष्य सेन ने खिलाड़ियों को राष्ट्रीय खेलों की शपथ भी दिलाई। उत्तराखंड राज्य स्थापना के रजत जयंती वर्ष के क्रम में 2025 शंख बजाकर, जोरदार शंखनाद किया गया।
प्रधानमंत्री ने मंच पर ही अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता में भाग लेने वाले उत्तराखंड के कई खिलाड़ियों से मुलाकात की। इसमें जसपाल राणा, मनीष रावत, लक्ष्य सैन, सुरेंद्र कनवासी, हंसा मनराल शर्मा, नितेंद्र रावत, सुभाष राणा, मनोज सरकार शामिल थे। इससे पहले मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रधानमंत्री को उत्तराखंड की प्रचलित टोपी पहनाई। समारोह में विधानसभा अध्यक्ष ऋतु भूषण खंडूड़ी, केंद्रीय युवा एवं खेल मामलों की राज्य मंत्री रक्षा निखिल खडसे, केंद्रीय राज्य मंत्री अजय टम्टा, राज्यसभा सांसद महेंद्र भट्ट, राष्ट्रमंडल खेलों के अध्यक्ष क्रिस जेन किंग्स आदि मौजूद थे।

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