सेना आयुध कोर की 250वीं वर्षगांठ पर 14 सैनिकों ने किया रक्तदान

8 अप्रैल 1775 को स्थापित हुई थी फौज की सेना आयुध कोर
सैन्य ताकत के साथ ही जरूरी है आयुध
देवभूमि टुडे
चंपावत। 119 स्वतंत्र इंफैंट्री ब्रिगेड समूह OMC (ऑपरेशनल मैकेनिज्म कमांड) ने AOC (सेना आयुध कोर) की 250वीं वर्षंगांठ में मौके पर रक्तदान शिविर लगाया गया। भारतीय सेना को सामग्री और लॉजिस्टिक समर्थन देने वाले आर्मी ऑर्डिनेंस कोर की स्थापना 8 अप्रैल 1775 को हुई थी। 14 सैनिकों ने रक्तदान किया। जिला अस्पताल और सैन्य अस्पताल के डॉक्टरों और चिकित्सा सहायकों की एक टीम ने रक्त संग्रह की व्यवस्था की। वयोवृद्ध सूबेदार केके जोशी ने रक्त शिविर का उद्घाटन किया।
वक्ताओं ने किहा कि आर्मी ऑडिनेंस कोर का ढाई सदी का सफर एक ऐतिहासिक पल है। जिससे सेना की एकता और समर्पण का पता चलता है। सेना के लिए सैन्य ताकत तो चाहिए ही, लेकिन आयुध भंडार की भी जरूरत होती है। इसिलिए शस्त्र से शक्ति कहा जाता है। Service before self के सूत्र वाक्य को वाली OMC ने हमेशा अपने इस काम को बखूबी अंजाम देता है सेना आयुध कोर। कार्यक्रम में 119 OMC के अधिकारी, जेसीओ, जवान, अद्र्धसैनिक कर्मी, पूर्व सैनिक और उनके परिवारों के अलावा मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. देवेश चौहान भी मौजूद थे। वर्षगांठ के मौके की पूर्व संध्या पर बड़ा खाना भी हुआ। जिसमें वेटरंस और उनके परिवार भी शामिल हुए।

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