फसल बर्बाद फिर भी बीमा राशि को तरसे किसान…किया प्रदर्शन

4 समितियों के 1333 काश्तकारों ने 2022-23 में 38.05 लाख रुपये बीमा प्रीमियम के रूप में जमा कराए थे लेकिन नहीं मिला मुआवजा
डीएम ने इंसाफ का भरोसा दिलाया, एसपी ने बीमा कंपनी और बैंक से मांगी जानकारी
देवभूमि टुडे
चंपावत। मौसमी मार के बावजूद चंपावत जिले के अधिकांश आलू काश्तकार मुआवजे को तरस गए हैं। बीमा की मोटी प्रीमियम देने के बावजूद क्षतिपूर्ति नहीं मिलने से नाराज किसानों ने 2 अगस्त को कलक्ट्रेट में प्रदर्शन किया। डीएम और एसपी को ज्ञापन देकर क्षतिपूर्ति देने में आनाकानी कर रही बीमा कंपनी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने की मांग की है।
2 अगस्त को चार (चंपावत, सिप्टी, हरतोला और कोट अमोड़ी) बहुउद्देश्यीय साधन सहकारी समिति के काश्तकारों ने चंपावत में आलू की फसल बर्बाद होने के बावजूद मुआवजा नहीं मिलने पर बीमा कंपनी के खिलाफ नाराजगी जताई। किसान नेता महेश महेश चंद्र चौड़ाकोटी का कहना है कि इन 4 समितियों के 1333 काश्तकारों ने वर्ष 2022-23 में 38.05 लाख रुपये बीमा प्रीमियम के रूप में जमा कराए थे। नुकसान से बचाने के लिए किसानों ने प्रधानमंत्री मौसम आधारित बीमा कराया लेकिन फसल के नुकसान के बावजूद मुआवजे के रूप में एक रुपया नहीं मिला है। 2 अगस्त को किसानों ने डीएम और एसपी को ज्ञापन दे बीमा दिलवाने के लिए हस्तक्षेप का आग्रह किया। प्रदर्शन करने वालों में गिरीश जोशी, ईश्वरी दत्त, तुलसी भट्ट, देवीदत्त जोशी, कृष्ण चंद्र भट्ट, महेश चौड़ाकोटी, देवीदत्त जोशी, प्रताप सिंह महराना, रूद्र सिंह, जय दत्त, जोगा दत्त सहित बड़ी संख्या में शामिल थे।
डीएम नवनीत पांडे ने जांच कराने का आश्वासन दिया। वहीं एसपी अजय गणपति का कहना है कि पुलिस मामले की जांच कर रही है। बीमा कंपनी और किसानों के खाते वाले बैंक से कुछ स्पष्टीकरण मांगा गया है। इस जवाब के बाद न्यायोचित कार्रवाई की जाएगी।

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