PM मोदी ने परखी लोहाघाट के लौह बर्तनों की खूबियां…हर्षिल में लगा था स्टॉल

प्रधानमंत्री के 6 मार्च को गंगोत्री धाम के शीतकालीन प्रवास स्थल मुखबा व हर्षिल दौरे के दौरान एक जिला दो उत्पाद के अंतर्गत हर्षिल में लगाए गए थे उत्तराखंड के सभी जिलों के स्टॉल
चंपावत जिले की ओर से लोहाघाट के प्रगति आजीविका ग्रॉथ सेंटर की ओर से लगा था लौह उत्पादों का स्टॉल
देवभूमि टुडे
चंपावत/उत्तरकाशी। चारधाम शीत कालीन यात्रा का संदेश देने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 6 मार्च को उत्तरकाशी जिले के गंगोत्री धाम के शीतकालीन प्रवास स्थल मुखबा और हर्षिल पहुंचे। यहां उन्होंने घाम तापो पर्यटन नए विजन का मंत्र दिया। कहा कि उत्तराखंड में प्रगति के नई राहें खुल रही हैं। एक जिला दो उत्पाद योजना के अंतर्गत हर्षिल में लगे स्टॉल में चंपावत जिले के लौह उत्पाद के स्टॉल का भी मुआयना किया।
लोहाघाट के प्रगति आजीविका ग्रॉथ सेंटर की ओर से लगाए गए लौह उत्पाद के स्टॉल का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुआयना किया। ग्रॉथ सेंटर के प्रतिनिधि अमित कुमार ने बताया कि पीएम मोदी ने लौह उत्पादों, शिल्प के अलावा सरकारी योजनाओं से मिलने वाले लाभों की जानकारी ली। लोहाघाट के प्राचीन शिल्प को कई सदी पुराना बताया जाता है। लोहाघाट के लोहे के मजबूत तले वाले लोहे के ये बर्तन टिकाऊ और आकर्षक होने के साथ ही खाने के स्वाद में भी इजाफा करते हैं। मशीन और हाथ से बनाए जाने वाले लोहे के ये बतज़्न लोहाघाट की शान हैं।
अमित कुमार का कहना है कि पीएम नरेंद्र मोदी के स्टॉल में आने से प्रोत्साहन मिलने के अलावा काम के प्रति नया जोश मिला है। स्टॉल में तवे, कढाई, फ्राइपेन के साथ इंडेक्सन चूल्हे में उपयोग वाली कढाई और तवे सहित कई तरह के लौह बर्तनों की प्रदर्शनी लगाई गई थी। लोहाघाट का प्रगति आजीविका ग्रॉथ सेंटर इससे पूर्व बीते चार माह में तीन बड़े मेलों में हिस्सा ले चुका है। नवंबर 2024 में दिल्ली के प्रगति मैदान में दो सप्ताह तक आयोजित ट्रेड फेयर, जनवरी 2025 में बरेली के उत्तरायणी मेले के अलावा फरवरी में मुंबई के कौथिक में शिरकत कर चुका है। उत्तराखंड की एक जिला दो उत्पाद योजना से राज्य के परंपरागत उद्योगों का विकास, स्थानीय उत्पादों की प्रसिद्धि, स्वरोजगार के मौके, कारीगरों के कौशल विकास सहित कई लाभ होंगे।

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