2020 से लापता था हरियाणा का रामशरण
सिप्टी में घूमते मिले इस अनजान शख्स की PLV गोविंद सिंह महर ने पुलिस को दी थी 10 अक्टूबर को जानकारी
करनाल से चंपावत पहुंचे परिजनों को पुलिस ने सुपुद्र्ध किया
देवभूमि टुडे
चंपावत। एक छोटी पहल ने बढ़ा काम कर दिखाया। सिप्टी क्षेत्र के पैरा लीगल वॉलंटियर गोविंद सिंह महर की इस पहल ने परिवार से चार साल से अधिक समय से बिछुड़े एक व्यक्ति को उनके परिजनों से मिला दिया। 12 अक्टूबर को विजय दशमी के दिन पुलिस ने इस शख्स को चंपावत पहुंचे उनके परिजनों के सुपुद्र्ध कर दिया है। चंपावत के सिप्टी क्षेत्र में 10 अक्टूबर को मिला अनजान शख्स हरियाणा का निकला।
चंपावत कोतवाली क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले ग्रामीण क्षेत्र सिप्टी में एक व्यक्ति के बेवजह घूमने की जानकारी पीएलवी से मिलने पर पुलिस संदिग्ध शख्स को कोतवाली लाई। पूछताछ के बाद व्यक्ति ने खुद को रामशरण निवासी बरास थाना निसिंग करनाल हरियाणा का होना बताया। चंपावत कोतवाली के प्रभारी निरीक्षक प्रताप सिंह नेगी ने फोन से रामशण के परिजनों को जानकारी दी। और 12 अक्टूबर को चंपावत पहुंचे परिजन रामशरण को अपने साथ ले गए। परिजनों के मुताबिक रामशरण वर्ष 2020 से लापता था, जिसकी गुमशुदगी हरियाणा में दर्ज कराई गई थी।
सिप्टी में बात करने की कोशिश करने पर भागने लगा था रामशरण
चंपावत। सिप्टी में मिला हरियाणा का लापता रामशरण बात करने से लगातार बचते रहा। PLV गोविंद सिंह महर बताते हैं कि रामशरण को जंतोला गांव के पास कंबल ओढ़कर चलते कुछ महिलाओं ने देखा था। पूछताछ करने पर रामशरण भागने लगा। महिलाओं ने इसकी जानकारी सिप्टी ग्राम पंचायत के ऐड़ी मंदिर में पूजा कर रहे ग्रामीणों को दी। PLV महर और अन्य लोगों ने दौड़ कर उस शख्स को पकड़ा। शख्स की हरकतें और चुप्पी से संदिग्ध होने का अंदेशा होने पर PLV गोविंद सिंह महर ने 10 अक्टूबर को कोतवाली में फोन कर जानकारी दी। कुछ देर बाद मौके पर पहुंची पुलिस संदिग्ध व्यक्ति रामशरण को अपने साथ ले गई और फिर पूछताछ में सारा सच सामने आया। इस तरह PLV और ग्रामीणों की कोशिश से चार साल से अधिक से घर से गायब रामशरण वापस अपने घर पहुंच गया।