ठेकेदारों की पीड़ा: छोटे ठेकेदार हो रहे बेरोजगार…5 करोड़ तक के कार्य सिंगल बिड में कराएं

काली कुमाऊं ठेकेदार कल्याण समिति ने किया प्रदर्शन, प्रदेश स्तर पर उठाई आवाज, डीएम के जरिए मुख्यमंत्री को भेजा मांग पत्र

देवभूमि टुडे
चंपावत। विभिन्न विभागों में निर्माण कार्य कराने वाले पंजीकृत ठेकेदारों ने निविदा प्रक्रिया और भुगतान सहित कई समस्याओं को लेकर कलक्ट्रेट में प्रदर्शन किया। उन्होंने प्रदेश में विभिन्न विभागों में छोटी निविदाएं लगाए जाने, C और D श्रेणी में पंजीकृत ठेकेदारों को निविदाओं में प्राथमिकता दिए जाने, 5 करोड़ रुपये तक के कार्य सिंगल बिड में कराने, आपदा कार्यो और लंबे समय से लटके भुगतान कराने सहित विभिन्न मांगों को लेकर सोमवार को डीएम के माध्यम से मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को ज्ञापन भेजा।
काली कुमाऊं ठेकेदार कल्याण समिति के अध्यक्ष मंदीप ढेक और उमेश खर्कवाल के नेतृत्व में कलक्ट्रेट में प्रदर्शन करने वाले ठेकेदारों का कहना था कि सरकार की नीति में बदलाव नहीं होने का खामियाजा छोटे-छोटे ठेकेदारों को उठाना पड़ रहा है। स्थानीय ठेकेदारों को तो काम नहीं मिल पा रहा है, लेकिन बाहर से आने वाले ठेकेदारों को लगातार काम मिल रहा है। कहा कि स्थानीय ठेकेदारों को काम नहीं मिलने से स्थानीय मजदूरों को भी काम नहीं मिल पा रहा है। उन्होंने ठेकेदारों के पंजीकरण की प्रक्रिया को सरल बनाए जाने की मांग भी प्रमुखता से उठाई गई। चेतावनी दी गई कि यदि ठेकेदारों की न्यायोचित मांगों को जल्द पूरा नहीं किया गया, तो ठेकेदारों की ओर से सभी निविदाओं का विरोध करने के साथ धरना प्रदर्शन और क्रमिक अनशन शुरू किया जाएगा। प्रदर्शन करने और ज्ञापन देने वालों में महामंत्री रोहित बिष्ट, भूपेंद्र ढेक, सूरज प्रहरी, खीम सिंह मौनी, मोहन सिंह महर, मोहन चंद्र पांडेय, किशोर चिल्कोटी, महेश चंद्र गहतोड़ी, केशव दत्त जोशी, नारायण दत्त जोशी, अशोक सिंह तड़ागी, विक्रम सिंह बोहरा, भूपेंद्र सिंह ढेक आदि ठेकेदार शामिल थे।

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